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केंद्र सरकार के होम्योपैथिक मंत्रालय की गर्वनिंग बॉडी में सदस्य बनने के बाद सर्किट हाउस में स्वागत
वाईबीएन संवाददाता बरेली।
विश्व हिंदू परिषद में लंबे समय तक काम कर चुके भाजपा के जिला उपाध्यक्ष डॉ नरेंद्र गंगवार को केंद्रीय होम्योपैथिक अनुसंधान परिषद का सदस्य नामित किया गया है। उनकी यह नियुक्त आयुष मंत्रालय की संस्तुति पर की गई है। डॉ नरेंद्र गंगवार को केंद्रीय होम्यौपैथिक अनुसंधान परिषद में सदस्य का पद दिलाने में बरेली के संघ और भाजपा की राजनीति करने वाले एक बड़े नेता की अहम भूमिका बताई जा रही है। उनकी सिफारिश पर ही डॉक्टर नरेंद्र गंगवार को केंद्रीय आयुष मंत्रालय में यह महत्वपूर्ण पद मिला है। केंद्रीय होम्योपैथिक अनुसंधान परिषद की गवर्निंग बॉडी का सदस्य बनने पर बरेली सर्किट हाउस में भाजपा नेताओं ने डॉ नरेंद्र गंगवार का फूल मालाओं से जोरदार स्वागत किया।
केंद्रीय होम्योपैथिक अनुसंधान परिषद में कैबिनेट मंत्री अध्यक्ष होते हैं। इनके अलावा देश भर में पांच सदस्य होम्योपैथिक अनुसंधान परिषद की गवर्निंग बॉडी में नामित किए गए हैं। इनमें यूपी और बरेली से केवल भाजपा के निवर्तमान जिला उपाध्यक्ष डॉ नरेंद्र गंगवार हैं। उनके अलावा होम्योपैथिक अनुसंधान परिषद के जो अन्य सदस्य नामित किए गए हैं, उनमें नासिक महाराष्ट्र से डॉक्टर सपना सतीश थोरॉट, पुणे महाराष्ट्र से डॉ महेंद्रपाल आर्य, थाने महाराष्ट्र से डॉ अनूप एम निगवेकर और अकोला महाराष्ट्र से डाॅ प्रवीण कुमार बी चौहान के नाम हैं। कुर्मी बिरादरी में युवा नेता के तौर पर उत्तर प्रदेश से केवल डॉ नरेंद्र गंगवार का केंद्रीय होम्योपैथिक अनुसंधान परिषद का सदस्य बनना स्थानीय राजनीति में मील का पत्थर माना जा रहा है। डॉ नरेंद्र गंगवार को भारत सरकार के होम्योपैथिक अनुसंधान परिषद की सबसे महत्वपूर्ण गवर्निंग बॉडी में सदस्य बनने को साल 2027 में विधानसभा चुनाव से जोड़कर भी देखा रहा है। सूत्रों के मुताबिक डॉ़ नरेंद्र गंगवार को केंद्रीय हेाम्योपैथिक अनुसंधान परिषद में सदस्य नामित होने से बरेली में कुर्मी बिरादरी की दो ध्रुवीय राजनीति को तगड़ा झटका लगा है। खासतौर से बरेली के दो बड़े कुर्मी नेता राजनीति में डॉ नरेंद्र गंगवार का कद बढ़ने बहुत खुश नहीं बताए जा रहे हैं। इसकी वजह यह है कि डॉ नरेंद्र गंगवार को युवा नेता के तौर पर दोनों बड़े धड़ों का धुर विरोधी माना जाता है।
कौन हैं डाॅ नरेंद्र गंगवार
मूल रुप से बहेड़ी के रहने वाले डॉ नरेंद्र गंगवार एक समय विहिप के तेज तर्रार नेता माने जाते थे। विश्व हिंदू परिषद और आरएसएस में अपनी सेवाएं देने के बाद वह भाजपा में जिला उपाध्यक्ष पद तक पहुंचे। कुर्मी बिरादरी में युवा नेता के तौर पर अपनी पहचान बनाने वाले डॉ नरेंद्र गंगवार ने आरएसएस में प्राथमिक शिक्षा वर्ग, संघ शिक्षा वर्ग, मुख्य शिक्षक जगतपुर शाखा, संस्कार भारती एकल अभियान, ग्राम स्वराज मंच प्रभारी, आरोग्य योजना प्रभारी जैसे दायित्व निभाए। वर्ष 2017 में इनको विधानसभा चुनाव संघ भोजीपुरा समन्वयक बनाया गया था। साल 2019 में डॉ नरेंद्र गंगवार ने उस समय के दिग्गज नेता और तत्कालीन केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार के विरुद्ध लोकसभा का टिकट भी भाजपा से मांगा था। हालांकि उनको लोकसभा का टिकट तो नहीं मिला, लेकिन वह लोकसभा चुनाव कार्यक्रम प्रभारी जरुर बनाए गए। वह भाजपा के जिला मंत्री भी रहे। एक समय उन्होंने भाजपा में जिलाध्यक्ष पद पर भी अपनी दावेदारी ठोंकी थी। मगर, राजनीतिक समीकरण के चलते वह भाजपा के जिलाध्यक्ष नहीं बन सके।