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डायवर्जन खत्म, आज से सामान्य रहेगा यातायात

जिले से होकर गुजरने वाले सभी स्टेट और नेशनल हाईवे पर एक माह से सप्ताह में चार दिन चल रहा रूट डायवर्जन सोमवार रात 10 बजे के बाद खत्म हो गया।सभी रूटों पर रोडवेज बसों और भारी वाहनों का संचालन सामान्य हो गया।

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Sudhakar Shukla
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बरेली, वाईबीएन संवाददाता

जिले से होकर गुजरने वाले सभी स्टेट और नेशनल हाईवे पर एक माह से सप्ताह में चार दिन चल रहा रूट डायवर्जन सोमवार रात 10 बजे के बाद खत्म हो गया। सभी रूटों पर रोडवेज बसों और भारी वाहनों का संचालन सामान्य हो गया।

इस बार सावन में चार सोमवार रहे। कांवड़ यात्रा के बीच एहतियात के तौर पर प्रत्येक शुक्रवार की रात आठ से सोमवार रात 10 बजे तक रूट डायवर्जन रहा। शहर में भारी वाहनों और रोडवेज बसों के प्रवेश पर पाबंदी रही। बरेली-दिल्ली, बरेली-बदायूं-कासगंज, बरेली-पीलीभीत, बरेली-नैनीताल की बसों का डायवर्ट होने से दूरी और किराया दोनों में इजाफा हो गया था। लोग ट्रेनों की ओर रुख कर रहे थे।

कांवड़ यात्रा के दौरान यात्रियों की संख्या कम होने से रोडवेज की करीब 25 फीसदी बसें वर्कशॉप से ही नहीं निकल पा रहीं थीं। आरएम दीपक चौधरी ने बताया कि रूट डायवर्जन खत्म होने के बाद बसों का संचालन सोमवार रात 10 बजे के बाद तय रूटों पर शुरू हो गया। रक्षाबंधन को लेकर भी तैयारियां की जा रहीं हैं। संवाद

डायवर्जन के दिनों ट्रेनों में बढ़े यात्री

- एक माह तक सप्ताह में चार दिन के डायवर्जन के चलते शुक्रवार से सोमवार तक ट्रेनों में यात्रियों की संख्या बढ़ी। इस दौरान रोजाना 1500-1800 तक टिकटों की अतिरिक्त बिक्री हुई। यूटीएस मोबाइल एप, टीटीएम और क्यूआर कोड के जरिये सामान्य टिकटों की बिक्री 1200 के पार हो गई। कांवड़ यात्रा के दौरान ट्रेनों में अतिरिक्त कोच और विशेष गाड़ियों का संचालन भी किया गया, लेकिन बरेली से मुरादाबाद, रामपुर, गाजियाबाद, दिल्ली, हरिद्वार, देहरादून, लखनऊ, शाहजहांपुर, सीतापुर, बदायूं, कासगंज, मथुरा, आगरा, अलीगढ़, पीलीभीत, खटीमा आदि स्थानों के लिए लोकल यात्रियों का ज्यादा दबाव रहा।

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