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जिलाधिकारी अविनाश सिंह की अध्यक्षता में आईजीआरएस पर प्राप्त शिकायतों के संबंध में समीक्षा बैठक विकास भवन स्थित सभागार में हुई। इसमें डीएम ने अधिकारियों से कहा कि एक कर्मचारी लगाकर शिकायतकर्ता से उनका फीडबैक प्राप्त करें।
बैठक में अवगत कराया गया कि जनवरी माह में जारी शासनादेश के अनुसार अब संतोषजनक फीडबैक के आधार पर रैंकिंग निर्धारित की जा रही है, जिसके लिए सभी अधिकारियों को रजिस्टर बनाना है कि क्या शिकायत प्राप्त हुई है, शिकायतकर्ता से सम्पर्क कब किया गया है तथा शिकायत के निस्तारण से वह संतुष्ट है या नहीं।
बैठक में निर्देश दिए गए कि स्थलीय निरीक्षण कर शिकायतकर्ता से बात करना व उसे पूरी बात से अवगत कराना आवश्यक है, जिससे जब लखनऊ से उसके पास फोन आये तो वह यह बता सकें कि हाँ संबंधित विभाग द्वारा हमसे सम्पर्क किया गया। अंतिम दिन देर रात निस्तारण फीड ना करें इससे शिकायत के डिफाल्टर होने की सम्भावना रहती है। बल्कि इस कार्य को समय से करें।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि विगत माह आईजीआरएस निस्तारण में जनपद की रैंक 26वीं है, इसे 15 के अन्दर लाना है और आगामी समय में 10 के अन्दर रैंक को लाना है इसमें आप सभी के सहयोग को आवश्यकता है। आमजन की शिकायतों की संतुष्टि पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाये।
बैठक में निर्देश दिए गए कि अवैध कब्जे के प्रकरण को मांग की श्रेणी में नहीं रखना है बल्कि कब्जा हटाने हेतु प्रयास करें। मौके पर जाएं तो जिओ टैग वाले फोटो अपलोड करें साथ में सम्भव हो तो स्थानीय लोग को भी साथ रखें जो यह बता सके कि आप गये थे और शिकायतकर्ता से वार्ता भी की थी।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि 1 जनसुनवाई के दौरान मार्क की गयी शिकायतों पर क्या कार्यवाही की गयी है, इसकी भी समीक्षा की जाएगी। सभी अधिकारी अपने कार्यालय पर जनसुनवाई का समय अंकित कराएं और उस समय पर जनसुनवाई करें। निर्देश दिए गए कि तहसील दिवस पर आने वाली शिकायतों पर आख्या उप जिलाधिकारी स्वयं लिखें, जिससे शिकायतों के निस्तारण में गुणवत्ता बनी रहे।
बैठक में अवगत कराया गया यदि नए रोड/खड़ंजे/हैण्डपम्प या आवास की मांग हैं और वह पूर्व से स्वीकृत नहीं है तो स्पेशल क्लोज किया जा सकता है लेकिन यदि कोई सड़क की मरम्मत आदि की बात करता है तो स्पेशल क्लोज नहीं करेंगे। यदि कोई प्रकरण कोर्ट में चल रहा है तो किस कोर्ट में वाद चल रहा है, अगली डेट क्या है यह सभी जानकारियां फीड की जाएं तभी वो मान्य होगा।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि समस्त अधिकारी अपने कार्यालय में एक कर्मचारी लगाये जो शिकायतकर्ता से फोन कर उनका फीडबैक लें कि वह शिकायत निस्तारण से संतुष्ट है या नहीं। नोडल अधिकारी (शिकायत) को भी कर्मचारी लगाकर फीडबैक लेने के निर्देश दिये गये। बैठक में समीक्षा में चकबंदी/बेसिक शिक्षा कार्यालय को प्राप्त शिकायतों की संतुष्टि का फीडबैंक शत प्रतिशत पाया गया, जिस पर निर्देश दिए गए कि बाकि अधिकारी उनसे बात करें और इसी प्रकार कार्य करें। फीडबैक और स्थलीय निरीक्षण पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन पूर्णिमा सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 विश्राम सिंह सहित समस्त जिला/तहसील व ब्लाक स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।