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बरेली,वाईबीएनसंवाददाता
लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल बहुमत से पास होने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व वित्त मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेश अग्रवाल ने आईएमसी के मुखिया मौलाना तौकीर रजा खां और असद्दुदीन उवैसी समेत अन्य विपक्षी दलों पर करारा हमला बोला।
अपने आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि वक्फ संशोधन बिल लोकसभा में पास होने से मुस्लिम समाज के तथाकथित ठेकेदारों को झटका लगा है। समाजवादी पार्टी, कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी पार्टियों मुसलमान को केवल वोट बैंक समझती थी। ये दल धारा 370, तीन तलाक, सीएए और वक्फ संशोधन बिल के मुद्दों पर केवल गुमराह कर रही थी। देश का मुसलमान हकीकत समझ चुका है। खास तौर से पिछडे मुसलमान और ईसाई समुदाय ने इस बिल का स्वागत किया है।
भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष ने वक्फ संशोधन बिल का स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी विदेशी दौरे पर हैं। उनकी अनुपस्थिति में संसद में यह बिल पास होना दर्शाता है कि देश की सरकार कितने आत्मविश्वास पूर्वक जनता के कल्याण के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 में अगर कांग्रेस ने मुस्लिम तुष्टीकरण के लिए वक्फ बिल में संशोधन नहीं किया होता तो भाजपा को यह बिल संसद में पास करने की जरूरत नहीं पड़ती। पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि मुस्लिम समुदाय में शिक्षा की कमी है। देश में धर्मनिरपेक्षता के नाम पर कुछ पार्टिययां और उनके नेता मुसलमानो के ठेकेदार बने हुए घूमते हैं। मुस्लिम समाज को गुमराह करके उनका विकास रोकना चाहते हैं।मगर, मोदी सरकार ने वक्फ संशोधन बिल लाकर विपक्षी नेताओं के मंसूबों पर पानी फेर दिया है।
कांग्रेस ने मुसलमान को शिक्षा से वंचित रखा: राजेश अग्रवाल
भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेश अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस ने मुसलमान को शिक्षित नहीं होने दिया। उनको ऐसे सिस्टम में फंसा कर रख दिया, जिससे यह समाज आगे नहीं बढ़ पाया। अब भी मुसलमान के चंद ठेकेदार पूरे समाज को गुमराह करके देश के विकास में बहुत बड़ी बाधा बने हुए हैं। वक्फ संपत्तियों के नाम पर मुसलमानो के ठेकेदार मर्जी आए, उसकी संपत्ति पर वक्फ का दावा ठोक देते हैं। वक्फ बोर्ड ने तमाम सरकारी और प्राइवेट संपत्तियों को अपना बताकर पूरे सिस्टम को चुनौती दी। इसे अब किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भारत सरकार का कानून सबको मानना पड़ेगा। अगर वक्फ की संपत्तियों का सही उपयोग होता तो आज मुस्लिम समाज की हालत काफी बेहतर होती। मगर, संसद से बिल पास होने के बाद अब वक्फ संपत्तियों का हिसाब किताब देखने का दायित्व सरकार का है। विपक्ष बिल के विरोध के नाम पर मुसलमाननो को सिर्फ मिस गाइड कर रहा है। मुसलमानों को यह बात समझनी होगी। भारत के संविधान से ऊपर कोई नहीं है। आइएमसी मुखिया मौलाना तौकीर रजा खां का नाम लिए बिना उन पर करारा हमला करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष ने कहा कि उनकी अकेले कभी सामने आने की हिम्मत नहीं पड़ती वह केवल भीड़ इकट्ठा करके मुस्लिम समुदाय को बरगलाकर अपनी दुकान चलाते हैं। उनके परदादा आला हजरत का पूरे विश्व में सम्मान था। मगर, इन लोगों ने उनका नाम डुबोकर रख दिया।
मौलाना के घर जाने वाले नेताओं को बताया आस्तीन के सांप
यूपी के पूर्व वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने कहा कि वर्ष 2010 में जब मौलाना तौकीर राजा खां बरेली में दंगा कराने के आरोप में जेल गए थे। तब मुस्लिम समाज ने उनका साथ नहीं दिया था। बल्कि हमारे ही दल के कुछ आस्तीन के सांपों ने मौलाना का साथ देकर उनकी जमानत कराई थी। अपनी पार्टी के भी कुछ नेताओं पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि अब भी कुछ आस्तीन के सांप ईद या अन्य बहाने बनाकर उनके घर मिलने जाते हैं। उन्हें अपने प्रोटोकॉल का भी ज्ञान नहीं रहता। बरेली की जनता को ऐसे आस्तीन के सांपों से भी सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जब तक मुसलमान की मानसिकता नहीं बदलेगी, तब तक समाज की तरक्की नहीं होगी। मुसलमानो को अपनी मानसिकता बदलने की जरूरत है।