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इस बार रक्षाबंधन पर बहनों को रोडवेज बसों में तीन दिन मुफ्त यात्रा की सुविधा मिलेगी। आठ अगस्त की सुबह छह से 10 अगस्त की रात 12 बजे तक यह व्यवस्था लागू रहेगी। उनको शून्य रुपये का टिकट जारी किया जाएगा। आदेश मिलने के बाद स्थानीय स्तर पर बरेली, रुहेलखंड, पीलीभीत और बदायूं डिपो में तैयारियां शुरू कर दी गईं हैं। कार्ययोजना बनाने के लिए क्षेत्रीय प्रबंधक दीपक चौधरी ने मंगलवार को चारों डिपो के अधिकारियों की बैठक बुलाई है।
शहर में रोडवेज के पुराना और सेटेलाइट बस अड्डों पर इन दोनों डिपो के अलावा अन्य डिपो व राज्यों की 700 से ज्यादा बसों और 32 हजार से ज्यादा यात्रियों का आवागमन हो रहा है। रक्षाबंधन पर बहनों के लिए मुफ्त यात्रा की सुविधा होने के कारण यात्रियों की संख्या रोजाना 80 हजार तक पहुंचने का अनुमान है। ज्यादा दबाव लोकल रूटों पर है। रक्षाबंधन से पहले चारों डिपो की कार्यशाला और क्षेत्रीय कार्यशाला में शत-प्रतिशत बसों को दुरुस्त कर ऑनरोड लाने के लिए काम किया जा रहा है। चालक, परिचालक और कार्यशाला कर्मचारियों की छुट्टी पर रोक लगा दी गई है। क्षेत्रीय प्रबंधक दीपक चौधरी ने बताया कि लोकल रूटों पर बसों के फेरों को बढ़ाया जाएगा। मंगलवार को बैठक के बाद संबंधी रूट, बसों की संख्या समेत अन्य कार्ययोजना जारी कर दी जाएगी।
एक दिन में 127 बसें खराब, ऑफरोड रहने से समस्स्या
रोडवेज के जिम्मेदार अधिकारी एक ओर रक्षाबंधन से पहले शत प्रतिशत बसों को पूरी तरह से दुरुस्त कर ऑनरोड लाने का दावा कर रहे हैं। दूसरी ओर एक दिन में 100 से ज्यादा बसें खराब होने के कारण ऑफरोड हो रही हैं। शनिवार को बरेली और रुहेलखंड डिपो की 127 बसों के पहिये नहीं घूमे। यह बसें मरम्मत के इंतजार में वर्कशॉप में खड़ी रहीं। रविवार को भी 80 से ज्यादा बसें खराबी के कारण ऑफरोड रहीं।