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भाजपा नेता के जनसेवा केंद्र पर बनाए जा रहे थे फर्जी प्रमाण पत्र, पुलिस और मिलिट्री इंटेलिजेंस ने पकड़ा फर्जीवाड़ा

बरेली के थाना सीबीगंज पुलिस, एसओजी और मिलिट्री इंटेलिजेंस ने मिलकर फर्जी तरीके से दस्तावेज तैयार करने वाले रैकेट का भंडाफोड़ किया है। महेशपुर गावं में संचालित जनसेवा केंद्र और लोकवाणी केंद्र पर फर्जी आधार कार्ड तैयार किए जाते थे।

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Sanjay Shrivastav
Fake certificates
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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
बरेली के थाना सीबीगंज पुलिस, एसओजी और मिलिट्री इंटेलिजेंस ने मिलकर फर्जी तरीके से दस्तावेज तैयार करने वाले रैकेट का भंडाफोड़ किया है। महेशपुर गावं में संचालित जनसेवा केंद्र और लोकवाणी केंद्र पर फर्जी आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, मार्कशीट, ड्राइविंग लाइसेंस समेत तमाम तरीके के फर्जी दस्तावेज तैयार किए जाते थे। जनसेवा केंद्र संचालक मुकेश देवल भाजपा का सीबीगंज मंडल का मंत्री है, जो  मौके से फरार हो गया। पुलिस ने भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं।
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मिलिट्री इंटेलिजेंस की सूचना पर हुआ फर्जीवाड़े का भंडाफोड़

मिलिट्री इंटेलिजेंस लखनऊ (बरेली इकाई) को इनपुट मिला था कि सीबीगंज इलाके के महेशपुर गांव में स्थित एक दुकान पर अवैध तरीके से दस्तावेज तैयार किए जा रहे हैं। सूचना के आधार पर 28 मई 2025 को एसओजी प्रभारी इंस्पेक्टर देवेंद्र सिंह धामा के नेतृत्व में सीबीगंज पुलिस ने महेशपुरा जाकर भाजपा नेता के जनसेवा केंद्र पर छापा मारा। 
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बरामद हुए हाईटेक उपकरण और फर्जी दस्तावेज

पुलिस को मौके से जो सामग्री मिली, उससे साफ है कि पूरा नेटवर्क हाईटेक तरीके से संचालित हो रहा था। मौके पर दो प्रिंटर, कोजेंट आई स्कैनर, LOGITECH वेबकैम, थंब स्कैनर, फिंगरप्रिंट मशीन (COGENT सिस्टम), छह रबर स्टांप, दो LRI सिल्ड (IRI Tech व MANTRA), 27 आधार कार्ड, एक पैन कार्ड, एक वोटर आईडी कार्ड, नॉर्थ ईस्टर्न रेलवे कार्ड की कॉपी आदि बरामद हुआ।

जनसेवा केंद्र संचालक और भाजपा नेता मुकेश देवल के खिलाफ मुकदमा दर्ज 

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पुलिस ने जनसेवा केंद्र संचालक और भाजपा नेता मुकेश देवल पुत्र पौथीराम के खिलाफ थाना सीबीगंज में मुकदमा दर्ज कर लिया है। छापा मारने वाली टीम में एसओजी प्रभारी देवेंद्र सिंह धामा, सीबीगंज थाने के अपराध निरीक्षक सुभाष कुमार, उपनिरीक्षक रविंद्र सिंह, निखिल कुमार, कांस्टेबल इमरान और मान सिंह आदि शामिल रहे। पुलिलस ने आमजन से अपील की है कि किसी भी सरकारी दस्तावेज के लिए केवल अधिकृत केंद्रों से ही संपर्क करें। अवैध दस्तावेज तैयार करने वालों से सावधान रहें। इस मामले से जुड़े अन्य संदिग्धों की तलाश जारी है।
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