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बरेली में बनाए जा रहे थे दिल्ली, बिहार और झारखंड के फर्जी निवास प्रमाण पत्र और आधार कार्ड...जानिए कैसे

उत्तर प्रदेश के बरेली जनपद के एक गांव के जनसेवा केंद्र पर यूपी के अलावा दिल्ली, बिहार और झारखंड के फर्जी निवास प्रमाण पत्र और आधार कार्ड बनाए जा रहे थे।

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Sanjay Shrivastav
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बरेली, वाईबीएन संवाददाता

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उत्तर प्रदेश के बरेली जनपद के एक गांव के जनसेवा केंद्र पर यूपी के अलावा दिल्ली, बिहार और झारखंड के फर्जी निवास प्रमाण पत्र और आधार कार्ड बनाए जा रहे थे। शुक्रवार को बरेली एसओजी और भोजीपुरा पुलिस ने दोहरिया पचदौरा गांव में संचालित जनसेवा केंद्र पर छापा मारकर दो आरोपियों को दबोच लिया। उनके पास उत्तर प्रदेश, दिल्ली, बिहार, झारखंड के फर्जी मूल निवास प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, मार्कशीट, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, पैन कार्ड, और आय प्रमाण पत्र मिले।

भोजीपुरा इलाके में चल रहा था अवैध धंधा, एसओजी और थाना पुलिस को मिली कामयाबी

बरेली एसओजी और थाना भोजीपुरा पुलिस को सूचना मिली की दोहरिया पचदौरा निवासी मौहम्मद फहीम उर्फ गुड्‌डू पुत्र भिंडू खां और जिया उल मुस्तफा पुत्र शफीक आलम अपने गांव में अजहरी जनसेवा एवं आधार कार्ड केन्द्र चलाते हैं, जो फर्जी मार्कशीट, आधार कार्ड, प्रमाण पत्र और स्टाम्प पेपर बनाते हैं। शुक्रवार सुबह एसओजी और थाना भोजीपुरा पुलिस ने गांव दोहरिया पचदौरा जाकर अजहरी जनसेवा केन्द्र एण्ड आधार कार्ड केन्द्र छापा मारकर दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया।

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फर्जी प्रमाण पत्र बनाने के आरोपी जनसेवा केंद्र संचालक समेत दो गिरफ्तार

पकड़े जाने वालों में जनसेवा केंद्र संचालक मोहम्मद फहीम उर्फ गुड्डू पुत्र भिंडू खां और उसका साथी जिया उल मुस्तफा पुत्र शफीक आलम निवासी दोहरिया पचदौरा हैं। पुलिस के मुताबिक आरोपी फर्जी साईट Manual org.space के द्वारा लैपटाप, प्रिन्टर, पीवीसी कार्ड मशीन, मानीटर, सीपीयू स्कैनर, आइरिस कैमरा, वैव कैमरा, फिंगर प्रिन्ट मशीन, थम स्कैनर आदि उपकरणों के माध्यम से फर्जी जाति प्रमाण पत्र यूपी और झारखण्ड, आय प्रमाण पत्र, मार्कशीट यूपी-बिहार बोर्ड, निवास प्रमाण पत्र दिल्ली व यूपी, जन्म प्रमाण पत्र व आधार कार्ड, पैन कार्ड, स्टाम्प पेपर बनाते मिले। 

manual org space साइट के जरिए बनाए जा रहे थे फर्जी प्रमाण पत्र

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पुलिस के मुताबिक अभियुक्तों द्वारा फर्जी कागजात तैयार करने में प्रयोग की जा रही साइट का manual org space साइट खोलकर चेक किया गया तो उसकी प्रोफाइल GUDDU के नाम पर अंकित होना पायी गयी। अभियुक्तों द्वारा इस साइट से 93 जाति प्रमाण पत्र, 86 जन्म प्रमाण पत्र पुराना प्रारूप, 300 निवास प्रमाण पत्र, दसवीं कक्षा की 06 यूपी बोर्ड की 10 और बिहार बोर्ड एक मार्कशीट, झारखण्ड के 04 जाति प्रमाण पत्र दिल्ली के 06 निवास प्रमाण पत्र तैयार किए गये हैं। बरामदगी के आधार पर गिरफ्तार अभियुक्तों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों के आपराधिक इतिहास के बारे में जानकारी की जा रही है।

बैंक में आधार कार्ड बनाने का काम कर चुका था जनसेवा केंद्र संचालक आरोपी फहीम

पूछताछ के दौरान आरोपी मोहम्मद फहीम उर्फ गुड्डू ने बताया कि उसने वर्ष 2012 से 2019 तक और वर्ष 2023 से 2024 तक बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक भोजीपुरा में आधार कार्ड बनाने का काम किया था। शुरू में उसे 10500 रुपये वेतन मिलता था। बाद में उसक नया आधार कार्ड बनाने पर 18 रुपये और आधार कार्ड अपग्रेड करने पर 13 रुपये कमीशन मिलने लगा। उसने आधार कार्ड बनवाने वाले एक व्यक्ति से 100 रुपये ले लिए थे, जिसकी शिकायत उसे संस्पेंड कर दिया गया था।

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घूस लेने पर नौकरी गई तो दोहरिया पचदौरा गांव में खोल लिया था जनसेवा केंद्र

इसके बाद फहीम ने अपने गांव दोहरिया पचदौरा में ही जनसेवा केन्द्र एण्ड आधार कार्ड केन्द्र नाम से दुकान खोल ली। जहां वह अपने साथी जियाउलमुस्तफा के साथ काम करने लगा। वे ऑनलाइन साईट Manual org.space से बार कोड द्वारा रिचार्ज कर फर्जी जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, यूपी और बिहार बोर्ड की मार्कशीट, निवास प्रमाण पत्र दिल्ली और यूपी, जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड, स्टाम्प पेपर आदि कागजात तैयार करने लगे। 

फर्जी कागजात बनाकर हर महीने लाखों रुपये कमाते थे दोनों जालसाज

 एक फर्जी प्रमाण पत्र तैयार करने के बदले वह 300 से लेकर 800-900 रुपये तक ले लेते थे। एक दिन में 6 से फर्जी दस्तावेज तैयार कर लेते है। 100 रुपये के रिचार्ज से साईट पर दस्तावेज तैयार हो जाते है। इससे उन्हें एक महीने में लाखों की कमाई हो जाती थी। अत तक दोनों मिलकर लगभग 650 फर्जी दस्तावेज तैयार लिए होंगे। जियाउल मुस्तफा ने बताया कि वह इंटरमीडिए करने के बाद नीट की तैयारी कर रहा था। पिछले 6 महीने से वह फहीम के साथ उसके जनसेवा केन्द्र पर काम कर रहा था।

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