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बरेली,वाईबीएनसंवाददाता
पंथ के प्रसिद्ध गुरमति विचारक भाई साहिब सिंघ (मार्कण्डे, हरियाणा) ने गुरु नानक देव द्वारा उद्घोषित प्रथम बाणी जपुजी साहिब का सार संगत को बड़े ही सरल और भावपूर्ण शब्दों में समझाया। उन्होंने बताया कि "जिसने एक ओंकार (ੴ) को समझ लिया, उसने पूरी जपुजी साहिब बाणी को समझ लिया।"
ज्ञानी ने व्याख्या करते हुए कहा कि "ੴ" का अर्थ है – वह एक है, जिसने सम्पूर्ण सृष्टि की रचना की है। वह सदा कायम रहने वाला, सर्वव्यापक, भय और वैर से रहित, योनियों से परे और अपने आप में प्रकाशित है। वही सृष्टि का पालनहार है और उसी की सच्ची पहचान गुरू की कृपा से ही संभव है।
ज्ञानी ने यह भी स्पष्ट किया कि सिखों के गुरू श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी हैं, जिनके माध्यम से सच्चा ज्ञान प्राप्त होता है। संगत ने बड़े श्रद्धा और उत्साह के साथ ज्ञानी जी के मुखारविंद से गुरबाणी के शब्दों को श्रवण किया।
आगामी कार्यक्रम:
प्रवचन का क्रम:
भाई साहिब सिंघ के प्रवचन आगामी 3 दिनों तक प्रतिदिन आयोजित होंगे।
खालसा रात्रि क्रिकेट मैच
3 अप्रैल की रात को गंगाशील मैदान पर खालसा रात्रि क्रिकेट मैच का आयोजन किया जाएगा, जो संगत में उत्साह का संचार करेगा।
निःशुल्क चिकित्सा शिविर
5 अप्रैल को दशमेश डिस्पेंसरी मिशन अस्पताल के सहयोग से एक फ्री मेडिकल कैम्प आयोजित किया जाएगा।
इसमें न्यूरो, हृदय और छाती संबंधी रोगों की विशेषज्ञों द्वारा जांच की जाएगी।
साथ ही, रक्त संबंधी जांचें भी रियायती दरों पर उपलब्ध होंगी।
संगत से आग्रह किया गया है कि अधिक से अधिक संख्या में पधारकर गुरबाणी की अमृतवाणी का लाभ लें और चिकित्सा शिविर का भी पूर्ण लाभ उठाएं।