बरेली, वाईबीएन संवाददाता
बरेली में दरगाह आला हजरत से जुड़े संगठन जमात रजा-ए-मुस्तफा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलमान हसन खान (सलमान मियां) और कांग्रेस नेता डॉ. मेंहदी समेत पांच लोगों एक युवक की कनपटी पर तमंचा रखने और पांच घंटे तक बंधक बनाकर बेरहमी से पीटने का आरोप है। जान से मारने की धमकी भी दी गई। पीड़ित की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने पांचों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पुलिस ने मामले की जांच कर रही है।
आरोपियों ने जरूरी बात करने की कहकर पीड़ित को बुलाया था
एफआईआर शहर के थाना बारादरी क्षेत्र की फाइक इन्कलेव कॉलोनी निवासी जावेद अली खान ने दर्ज कराई है। जावेद के मुताबिक उन्होंने सीबीगंज के नवदिया निवासी इकरार अहमद उर्फ दन्नी के खिलाफ शिकायत की थी। दन्नी कचहरी में फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करता है। उनके नंबर पर 17 अप्रैल को बखित्यार नाम के व्यक्ति ने फोन किया। कहा कि सलमान मियां ने उन्हें दरगाह गेस्ट हाउस पर जरूरी बात करने को बुलाया है। इसके बाद वह अपने गनर के साथ वहां पहुंचे। गनर नीचे ही खड़ा रहा। उन्हें कमरा नंबर 101 में ले जाया गया।
कमरे में बंद करके बंद करके पीटा, कनपटी पर तमंचा टेका
जावेद अली का आरोप है कि सलमान मियां ने अभद्रता करते हुए इकरार उर्फ दन्नी को अपना खास आदमी बताया। कहा कि दन्नी के खिलाफ शिकायत करने की हिम्मत कैसे हुई तुम्हारी। यह कहकर सलमान मियां, दन्नी और कमरे में मौजूद अन्य लोगों ने उनके साथ मारपीट की। दन्नी ने तमंचा कनपटी पर रखकर चला दिया। गनीमत रही कि तमंचा मिस हो गया, वरना कुछ भी हो सकता था।
पुलिस में शिकायत करने पर झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी
इसके बाद आरोपियों ने धमकाकर वीडियो बनाया। जिसमें जबरन कहलवाया कि वह खुद वहां आया था और सलमान मियां से उसका कोई झगड़ा नहीं है। पांच घंटे तक बंधक बनाकर रखा गया, जिसके बाद छोड़ा। धमकी दी कि अगर पुलिस में शिकायत की तो मुकदमे में फंसाकर जेल भिजवा देंगे। फिर भी न माना तो परिवार समेत हत्या कर देंगे। उधर, सलमान मियां का कहना है कि आरोप बेबुनियाद हैं। उनके खिलाफ साजिशन रिपोर्ट दर्ज कराई है।