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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
बरेली के थाना भोजीपुरा क्षेत्र में शनिवार सुबह 10 बजे हिस्ट्रीशीटर बाबू खां की खुलेआम छुरा से गोदकर गोदकर हत्या कर दी गई। इस वारदात को अंजाम उसी गांव में रहने वाले बाबू खां के साथी अहसान खां ने दिया, जो मौके से फरार हो गया। मृतक के भाई ने अहसान समेत तीन लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है। भोजीपुरा पुलिस आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है।
भोजीपुरा थाना क्षेत्र के गांव रम्पुरा माफी का रहने वाला बाबू खां उर्फ मुस्तकीम हिस्ट्रीशीटर था। पिछले कुछ दिनों से वह मजदूरी करने लगा था। रम्पुरा माफी के ही रहने वाले इसराइल उर्फ छुट्टन के मकान का निर्माण चल रहा है। छुट्टन के यहां राजमिस्त्री ताहिर खां के साथ बाबू खां मजदूरी पर काम कर रहा था। इसी दौरान सुबह 10 बजे वहां अहसान पहुंचा और बाबू खां के कंदे पर हाथ रखकर अपने साथ बुलाकर ले गया।
मृतक के परिजनों का कहना है कि छुट्टन के निर्माणाधीन मकान से करीब 50 दूर ले जाकर अहसान ने छुरा से बाबू खां पर हमला कर दिया ताबड़तोड़ चार बार किए। गर्दन, पेट और हाथ पर छुरा लगने से बाबू खां बुरी तरह घायल होकर जमीन पर गिर पड़ा। तभी हमलावर घटना स्थल से फरार हो गए। चीख पुकार सुनकर आसपास के लोग पहुंच गए। राजमिस्त्री ताहिर खां और परिवार वाले घायल को उठाकर भोजीपुरा मेडिकल कॉलेज ले गए। जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
हत्या की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी प्रवीन सोलंकी टीम के साथ मौके पर जा पहुंचे और मृतक के परिजनां एवं ग्रामीणों से पूछताछ की। सीओ ने भी मौका मुआयना किया। मृतक के भाई मुशीर खां ने गांव के ही अहसान खां पुत्र सिराजुद्दीन, कामरान और सहरोज के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है। हालांकि परिवार वाले घटना की वजह नहीं बता रहे हैं।
वर्ष 1998 में बाबू खां, अहसान खां और उनके साथियां ने मिलकर सीबीगंज थाना क्षेत्र में डकैती और हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। इसके अगले साल 1999 में भोजीपुरा इलाके में लूट का प्रयास किया था। इसके अलावा भी उनके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं। वर्ष 1999 में भोजीपुरा पुलिस ने बाबू खां की हिस्ट्रीशीट खोली थी। बाबू खां और अहसान के बीच दुश्मनी कैसे बनी इसको लेकर पुलिस जांच कर रही है।