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मानव सेवा क्लब के तत्वावधान में गुरुवार को क्लब के कहरवान स्थित सभागार में हिंदी रंगमंच दिवस के अवसर पर पंडित राधे श्याम कथावाचक स्मृति सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान चार दशकों से रंगकर्म में योगदान देने वाले शहर के पांच प्रमुख रंगकर्मियों को सम्मानित किया गया।
हिंदी रंगकर्म की चुनौतियों पर चर्चा
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, नवगीतकार रमेश गौतम ने कहा कि बरेली का रंगकर्म सीमित संसाधनों के कारण चुनौतियों का सामना कर रहा है। जिससे कलाकारों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने सरकार और समाज से इस विधा को संरक्षित करने की अपील की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ साहित्यकार साहित्यभूषण सुरेश बाबू मिश्रा ने कहा कि टीवी और सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव ने रंगमंच को नुकसान पहुंचाया है। वहीं, फिल्म पटकथा लेखक गुडमिन मसीह ने भी रंगकर्मियों की समस्याओं पर अपनी चिंता व्यक्त की।
रंगकर्मियों को किया गया सम्मानित
बीते चार-पाँच दशकों से रंगमंच की दुनिया में सक्रिय पांच प्रमुख रंगकर्मियों को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए पंडित राधे श्याम कथावाचक सम्मान से नवाजा गया। सम्मान प्राप्त करने वाले रंगकर्मी संजय सक्सेना, संजय मठ, राजीव शर्मा, अंबुज कुकरेती, दुर्गा प्रसाद पप्पू वर्मा को किया गया सम्मानित।
सम्मान समारोह में कलाकारों की कृतज्ञता
सम्मान स्वरूप हार, शाल, प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए। क्लब के अध्यक्ष सुरेंद्र बीनू सिन्हा, डॉ. सुरेश रस्तोगी और प्रकाश चंद्र सक्सेना ने सम्मानित कलाकारों का अभिनंदन किया।
सम्मान प्राप्त करने वाले सभी रंगकर्मियों ने कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि यह सम्मान उनके लिए प्रेरणादायक है और रंगकर्म को आगे बढ़ाने की उनकी जिम्मेदारी को और बढ़ा देता है।
कार्यक्रम में अनेक गणमान्य लोगों की उपस्थिति
समारोह में इंद्र देव त्रिवेदी ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर अविनाश चंद्र सक्सेना, अखिलेश कुमार सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।