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पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर मंडल 1100 किमी रेल लाइनों को एंटी कोलेजन सिस्टम से लैस करेगा। इसके बाद ट्रेनों का संचालन और ज्यादा सुरक्षित होगा। रेलवे लाइनों पर बाधा के कारण होने वाली दुर्घटनाओं की संभावना कम होगी और ट्रेनों की गति भी बढ़ेगी। सिस्टम विकसित करने के लिए काम शुरू हो गया है। पहले चरण में ज्यादा ट्रेनों के दबाव वाले रेलखंडों को इस सिस्टम से लैस किया जाएगा।
विकास की कई योजनाओं पर काम हो रहा
सीनियर डीसीएम संजीव शर्मा ने बताया कि मंडल में विकास की कई योजनाओं पर काम हो रहा है। रेलवे स्टेशनों का अमृत भारत योजना के तहत सुंदरीकरण कराया जा चुका है। पिछले एक साल में इज्जतनगर मंडल आठ जोड़ी से ज्यादा लंबी दूरी की नई ट्रेनों का संचालन शुरू कर चुका है। रेल मंडल के तहत आने वाले किसी भी रेलखंड में अभी दोहरी रेल लाइन नहीं है।
कासगंज-मथुरा के बीच 85 किमी रेल लाइन के दोहरीकरण को इसी साल बजट में स्वीकृति मिली है। उन्होंने बताया कि ट्रेनों का संचालन ज्यादा सुरक्षित करने के लिए एंटी कोलेजन सिस्टम पर काम किया जा रहा है। इस सिस्टम के जरिए रेलवे पटरियों पर सिग्नलिंग सिस्टम और ट्रेनों के इंजनों को रेडियो फ्रीक्वेंसी उपकरणों के साथ स्थापित किया जाएगा। डिवाइस का अलर्ट सिस्टम पटरियों आने वाली बाधाओं को आधुनिक तरह से ट्रेस करता है।
पटरी पर कोई बाधा आने की दशा में अलर्ट सिस्टम संकेत भेजता है। इसके जरिये रात के समय, बारिश और घने कोहरे में भी लोको पायलट को पटरी पर मौजूद बाधाओं का अलर्ट मिलता रहता है। उन्होंने बताया कि 2028 तक देश भर की पटरियों को इस सिस्टम से लैस करने की योजना है।