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एसआरएमएस रिद्धिमा में रविवार देर रात गायन कार्यक्रम स्वरांजलि ने ऐसा शमा बांधा कि दर्शक दांतों तले अंगुली दबाने के लिए मजबूर हो गए। गायकी के गुरु और गायकी के शिष्यों ने अपने स्वर साधना से श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।
मोहब्बत करने वाले काम न होंगे...
समारोह का आरंभ स्वरित तिवारी ने 'मोहब्बत करने वाले कम न होंगे' को अपनी आवाज देकर किया। भरतनाट्यम के तनया भट्टाचार्य और गायन के विद्यार्थी डा.अनुज कुमार ने हेमंत कुमार के सुप्रसिद्ध गाने 'तुम पुकार लो, तुम्हारा इंतजार है...' को अपनी आवाज में प्रस्तुत किया। गायन गुरु प्रियंका ग्वाल और गायन के विद्यार्थी अंशुमा अग्रवाल ने गीत 'किसी राह में.. किसी मोड़ पर' को अपनी आवाज दी। इंदू परडल ने मेहंदी हसन की गजल 'मुझे तुम नज़र से गिरा तो रहे हो' को आवाज दी। विजुअल आर्ट गुरु गौरव कुमार ने गीत 'ये जमी रुक जाये' और प्रियंका ग्वाल ने 'तुझे याद कर लिया है' को आवाज देकर मंत्रमुग्ध कर दिया। स्नेह आशीष दुबे ने मेहंदी हसन की गजल 'रंजिश ही सही दिल को'प्रस्तुत किया तो प्रियंका ग्वाल के साथ फिल्म जब वी मेट के गाने 'आओगे जब तुम ओ साजना' को भी अपने स्वर दिए। अंत में गायन गुरुओं और शिष्यों ने एक साथ गीत 'तेरे इश्क़ की इन्तहा' को प्रस्तुत कर श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। इंस्ट्रूमेंट गुरु उमेश मिश्रा (सारंगी), सूर्यकांत चौधरी (वायलिन), टुकुमनी सेन (हारमोनियम), सुमन बिस्वास (तबला/ढोलक), अमरनाथ (तबला), अनुग्रह सिंह (की- बोर्ड) और विशेष सिंह (गिटार) ने भी अपने वाद्ययंत्रों के साथ संगत देकर स्वरांजलि में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस अवसर पर एसआरएमएस ट्रस्ट के संस्थापक व चेयरमैन देव मूर्ति, आशा मूर्ति, आदित्य मूर्ति, डा.प्रभाकर गुप्ता, डा.एमएस बुटोला, डा.शैलेश सक्सेना मौजूद थे