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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
मीरगंज ब्लॉक के गांव सहसा में मनरेगा के बजट से बनने वाली सड़क में प्रधान और रोजगार सेवक ने पंचायत सचिव की सांठगांठ से पीला ईंट लगवा दी थी। गांव वालों ने इसका विरोध करते हुए पीला ईंट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। यंग भारत न्यूज नेटवर्क ने यह समाचार चार मई को यह समाचार प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद बीडीओ ने जांच कराई। उसमें पीला ईंट पाई गई। सीसी रोड से पीला ईंट उखड़वा दी गई है। प्रधान, रोजगार सेवक और पंचायत सचिव पर कार्रवाई तय मानी जा रही है।
सहसा गांव में उदयवीर के घर से रामेंद्र मौर्य के घर तक सीसी रोड निर्माण कार्य चल रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रधान और रोजगार सेवक और पंचायत सचिव सुशील कुमार ने आपसी सांठगांठ से मनरेगा से निर्मित सीसी रोड का निर्माण कार्य खुद न कराकर बाहर के एक ठेकेदार से कराया था। नियमानुसार मनरेगा के पक्के काम कराने का दायित्व प्रधान और रोजगार सेवक का है। मगर, प्रधान अधिकांश पक्के काम बाहर के ठेकेदार से ही कमीशन लेकर कराते हैं। उसमें ठेकेदार घपला करते हैं। ठेकेदार ने पीला ईंट लगाकर कार्य की खानापूरी कर दी। ग्रामीणों की शिकायत पर यंग भारत न्यूज नेटवर्क की तरफ से समाचार प्रकाशित करते हुए बीडीओ भगवानदास हरकत में आ गए। निर्माण कार्य की जांच कराई तो उसमें मौके पर पीला ईंट पाई गई। जांच टीम ने पीला ईंट को रोड से उखड़वा दिया। बीते दो दिन से बारिश होने के बाद मार्ग पर जलभराव हो गया है। बीडीओ भगवानदास का कहना है कि इस मामले की जांच कराई जाएगी। प्रधान और रोजगार सेवक के अलावा जो भी दोषी मिलेगा, उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। पंचायत सचिव की भूमिका की भी जांच होगी।
सूत्रों के अनुसार इसी गांव के पंचायत सचिव ऋषभ कुमार मनरेगा और क्षेत्र पंचायत निधि के काम कराने के घपले में सस्पेंड कर दिए गए थे। वह अब भी सस्पेंड चल रहे हैं। इसी बीच ग्राम पंचायत में सुशील कुमार नए पंचायत सचिव की तैनाती की गई। मगर, नए पंचायत सचिव भी प्रधान और रोजगार सेवक के साथ मिलकर मनरेगा, क्षेत्र पंचायत निधि और ग्राम पंचायत निधि के कामों में धांधली कराकर ऊपरी कमाई करने लगे। सूत्रों का कहना है कि जांच में पीला ईंट मिलने के बाद पंचायत सचिव, रोजगार सेवक और प्रधान पर कार्रवाई तय मानी जा रही है।