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SRMS संस्थानों में मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस: छात्रों और कर्मचारियों ने लिया योग अपनाने का संकल्प

श्रीराम मूर्ति स्मारक ट्रस्ट (एसआरएमएस) के सभी शैक्षिक संस्थानों – एसआरएमएस सीईटी, सीईटीआर, नर्सिंग और मेडिकल कॉलेज – में आज सुबह अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया।

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Sudhakar Shukla
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बरेली, वाईबीएन संवाददाता। श्रीराम मूर्ति स्मारक ट्रस्ट (एसआरएमएस) के सभी शैक्षिक संस्थानों – एसआरएमएस सीईटी, सीईटीआर, नर्सिंग और मेडिकल कॉलेज – में आज सुबह अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया। शिक्षक, गैर-शिक्षण कर्मचारी और छात्र-छात्राओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया और स्वस्थ जीवन के लिए योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने का संकल्प लिया।

मेडिकल कॉलेज में प्रिंसिपल डॉ. बुटोला ने दिया योग का संदेश

एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज में प्रिंसिपल एयरमार्शल (सेवानिवृत्त) डॉ. एम.एस. बुटोला की अगुआई में योग सत्र का आयोजन हुआ। डॉ. शरद जौहरी, डॉ. पवन मेहरोत्रा, डॉ. अभिनव पांडेय, अन्य स्टाफ और विद्यार्थियों को खेल प्रशिक्षक नितिन सक्सेना और लीकेश शर्मा ने विभिन्न योगासन करवाए। डॉ. बुटोला ने आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में शरीर और मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के लिए योग के महत्व पर जोर दिया और सभी से इसे अपनी जीवनशैली में शामिल करने का संदेश दिया।

अन्य संस्थानों में भी हुआ योगाभ्यास

एसआरएमएस सीईटी में सौरभ गुप्ता, डॉ. सत्यदेव सिंह, नीता यादव और अनुभा ढाका की अगुआई में खेल प्रशिक्षक मोहित यादव ने विभिन्न आसनों का अभ्यास करवाया। नर्सिंग कॉलेज में प्रिंसिपल डॉ. मुथु महेश्वरी के नेतृत्व में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया।

एसआरएमएस सीईटीआर में इंजीनियर प्रदीप कुमार मौर्य और डॉ. भूपेंद्र यादव की उपस्थिति में एकेडमिक ब्लॉक के कॉरिडोर में सुबह साढ़े पांच बजे योग सत्र शुरू हुआ। खेल प्रशिक्षक रेनू बोरा ने बीटेक, बीबीए, बीसीए और बीएचएमसीटी के छात्रों को भ्रामरी, भस्त्रिका, अनुलोम-विलोम और शीतली प्राणायाम सहित गहरी सांस लेने के कई सूक्ष्म प्राणायाम कराए। विद्यार्थियों ने पद्मासन और सुखासन के साथ सूर्य नमस्कार, वज्रासन, धनुरासन, शीर्षासन, शवासन सहित कई आसनों का भी अभ्यास किया।

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यह आयोजन एसआरएमएस ट्रस्ट की अपने छात्रों और कर्मचारियों के समग्र स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है, साथ ही योग को एक स्वस्थ जीवन शैली के अभिन्न अंग के रूप में बढ़ावा देता है।

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