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जिले के फरीदपुर को बदायूं जिले के दातागंज से जोड़ने वाले रामगंगा नदी के अधूरे पुल का निर्माण पूरा करने के साथ अब नदी के बदले बहाव से निबटने के इंतजाम भी होंगे। पुल की लंबाई बढ़ाने के साथ बाढ़ के पानी से बचाव के लिए पुलिया और गाइड बंध (अतिरिक्त सुरक्षात्मक कार्य) कराए जाएंगे। सुरक्षात्मक कार्य अप्रोच रोड बहने से बचाएगा। लोक निर्माण विभाग और सेतु निगम ने मुख्यालय की आपत्तियों के बाद एस्टीमेट को पुनरीक्षित किया है। इसमें लागत दो करोड़ रुपये घटी है।
पहले पुल और अप्रोच रोड का एस्टमेट 164 करोड़ 82 लाख का था जो 162 करोड़ 84 लाख का रह गया है। रामगंगा नदी पर यह वही अधूरा पुल है, जिससे कार गिरने पर 24 नवंबर 2025 को तीन लोगों की जान चली गई थी।
मैप में अधूरे पुल का उल्लेख नहीं था
दातागंज की ओर से गूगल मैप के सहारे फरीदपुर की ओर बढ़ने के दौरान हादसा हुआ था क्योंकि मैप में अधूरे पुल का उल्लेख नहीं था और न ही कोई ऐसी सुरक्षा दीवार या बेरिकेडिंग थी जो कार को खतरे के स्थान तक पहुंचने से रोक देती। तीन लोगों की जान गई तब पुल का निर्माण पूरा कराने और हादसे रोकने के लिए त्रिस्तरीय अवरोध बनाए गए। साथ ही आईआईटी रुड़की के अभियंताओं की विशेषज्ञ टीम से मॉडल स्टडी कराई गई। ताकि यह स्पष्ट हो सके कि कैसे पुल और अप्रोच रोड को भविष्य में बाढ़ और नदी के बदले बहाव के दौरान भी सुरक्षित रखा जा सकता है।
लोक निर्माण विभाग अधीक्षण अभियंता केके सिंह ने बताया कि मुख्यालय से एस्टीमेट का परीक्षण कर लि या गया है। पुल की लंबाई बढ़ाने के लिए सेतु निगम ने पहले 13 करोड़ का एस्टीमेट दिया लेकिन विशेषज्ञ टीम की संस्तुतियों के अमल में डिजाइन में बदलाव होने पर लागत घटी है। अब मंजूरी होने के बाद निर्माण की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।