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आईवीआरआई...किसानों से संपर्क कर करें जागरूक

भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) में आज कृषि विज्ञान केन्द्र की 28वीं वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक का आयोजन किया गया जिसमें वर्ष 2024 की बैठक की समीक्षा तथा परिपालन तथा आगामी वर्ष 2025 की कार्ययोजना पर विस्तृत चर्चा की गयी

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Sudhakar Shukla
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बरेली, वाईबीएन संवाददाता

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भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) में आज कृषि विज्ञान केन्द्र की 28वीं वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक का आयोजन किया गया जिसमें वर्ष 2024 की बैठक की समीक्षा तथा परिपालन तथा आगामी वर्ष 2025 की कार्ययोजना पर विस्तृत चर्चा की गयी। निदेशक डाॅ. त्रिवेणी दत्त ने कहा कि किसानों के पास जाकर कृषि, शोध, शिक्षा संबंधी कार्यों के बारे में उनको जागरूक करें। इसके लिए हमें जनपद के विभिन्न ब्लाॅकों में जाकर कार्य करना होगा और किसानों के बीच रहना होगा। प्रत्येक ब्लाॅक में कम से कम 15-20 दिन जाएं। वहां पौधरोपण अवश्य करें।

मॉडल विलेज की स्थापना करने पर जोर

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डाॅ. दत्त ने कृषि विज्ञान केंद्र की कार्ययोजना को और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए सुझाव दिए। उन्होंने राज्य के विभागों के सहयोग से मॉडल विलेज की स्थापना करने पर जोर दिया। संयुक्त निदेशक (कृषि) डाॅ. राजेश कुमार ने प्रधानमंत्री प्रणाम योजना एवं प्राकृतिक खेती के प्रति किसानों को जागरूक करने का सुझाव दिया, ताकि मृदा स्वास्थ्य में सुधार लाया जा सके।
इस अवसर पर संस्थान की संयुक्त निदेशक प्रसार शिक्षा डा. रूपसी तिवारी ने कृषि विज्ञान केन्द्र बरेली के बारे में बताते हुये कहा कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा वर्ष 1985-86 में इसे स्वीकृत किया गया था। संस्थान द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र को 13.77 हेक्टेयर भूमि आवंटित की गई तथा वर्ष 1999 में प्रशासनिक भवन की स्थापना के साथ कई प्रदर्शन इकाइयों की स्थापना की गयी।
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डाॅ. राजेश कुमार, संयुक्त निदेशक (कृषि) द्वारा प्रधानमंत्री प्रणाम योजना एवं प्राकृतिक खेती के प्रचार-प्रसार के माध्यम से किसानों को जागरूक करने का सुझाव दिया गया, जिससे मृदा स्वास्थ्य में सुधार लाया जा सके।
नाबार्ड एवं लीड बैंक प्रबंधक द्वारा फसल बीमा की जानकारी एवं लाभ किसानों तक पहुँचाने की आवश्यकता पर बल दिया गया। इस अवसर पर उपस्थित वैज्ञानिकों ने भी किसानों की आजीविका में सुधार हेतु पशुपालन को समाहित करने के वैज्ञानिक सुझाव प्रस्तुत किए।
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कृषि विज्ञान केन्द्र के विभागाध्यक्ष डा. एचआर मीणा ने बैठक में गत वर्ष की गतिविधियों को प्रस्तुत किया । संस्थान के संयुक्त निदेशक, शैक्षणिक डा. एसके मेंदीरत्ता, संयुक्त निदेशक कैडराड डाॅ. सोहिनी डे, डा. एस.के. दुबे, निदेशक अटारी, कानपुर, डा. आर.के. सिंह, अपर निदेशक, पशुपालन, डाॅ. राजेश कुमार संयुक्त निदेशक कृषि, डाॅ. नीरजा सिंह, उप कृषि निदेशक, भूमि संरक्षण, डाॅ. श्याम कुमार गुप्ता, उपनिदेशक, उद्यान, जितेन्द्र कुमार, डीएचओ, डाॅ. संजीव दोहरे, मत्स्य पालन विभाग, विनीत शुक्ल, डिप्टी मैनेजेर, इफ्को, वी.के. अरोरा, एलडीएम, लीड बैंक, रश्मि अरोरा एस.डी.ओ. मृदा संरक्षण सहित कृभको, नाबार्ड सहित संस्थान के विभिन्न विभागों के विभाागाध्यक्षों ने भाग लिया।
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