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जानिये...मेट्राे डिपो के लिए जमीन कहां चिह्नित की गई और क्या आ रही अड़चन

पीलीभीत रोड पर फन सिटी से करीब 850 मीटर दूरी पर मेट्रो डिपो के लिए जमीन चिह्नित हो गई है। एयरफोर्स से एनओसी मिलते ही डीपीआर तैयार होगी। मेट्रो परियोजना धरातल पर उतरने की कवायद आगे बढ़ सकेगी।

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Sudhakar Shukla
Updated On
Lucknow metro
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बरेली, वाईबीएन संवाददाता

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पीलीभीत रोड पर फन सिटी से करीब 850 मीटर दूरी पर मेट्रो डिपो के लिए जमीन चिह्नित हो गई है। एयरफोर्स से एनओसी मिलते ही डीपीआर तैयार होगी। मेट्रो परियोजना धरातल पर उतरने की कवायद आगे बढ़ सकेगी।

शहर को सड़क यातायात के जाम से मुक्ति देने और सफर को सुरक्षित के लिए मेट्रो की परियोजना प्रस्तावित की गई। राइट्स को सर्वेक्षण कर डीपीआर तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई। करीब एक साल से सर्वेक्षण चल रहा है। राइट्स ने पहले लाइट मेट्रो का प्रेजेंटेशन दिया था लेकिन स्थानीय अधिकारियों ने बढ़ते ट्रैफिक और भविष्य की जरूरत को देखते हुए मेट्रो प्रस्तावित की। इसके बाद दोबारा से सर्वेक्षण हुआ। लाइट मेट्रो डिपो के लिए रुहेलखंड विश्वविद्यालय के पास करीब दस हेक्टेयर भूमि चिह्नित की गई थी लेकिन मेट्रो प्रस्तावित होने पर 18-20 हेक्टेयर जमीन की जरूरत पड़ी। 

फन सिटी से 850 मीटर आगे जमीन चिह्नित की गई

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नैनीताल रोड पर आईवीआरआई और पीलीभीत रोड पर फन सिटी के आसपास के इलाकों में जमीन तलाशी गई। इसमें फन सिटी से 850 मीटर आगे जमीन चिह्नित की गई है। एयरफोर्स स्टेशन इसके आगे है। राइट्स के अधिकारियों ने बीडीए को जानकारी दी है कि एयरफोर्स की एनओसी मिलते ही परियोजना की डीपीआर को अंतिम रूप दिया जा सकेगा। बीडीए के उपाध्यक्ष मनिकंडन ए ने प्रस्तावित मेट्रो परियोजना के लिए अड़चनें दूर कराई हैंं। जमीन चिह्नित होने की प्रक्रिया इसी का हिस्सा है। मेट्रो डिपो के लिए जो जमीन रेल इंडिया टेक्नीकल एंड इकोनाॅमिक सर्विस (राइट्स) ने बीडीए के सहयोग से चिह्नित की है। वह किसानों की है। अगर डिपो बनाने के लिए यह जमीन अधिग्रहीत करने की जरूरत पड़ी तो किसानों को चारगुना मुआवजा मिलेगा। इस क्षेत्र के विकास को रफ्तार मिलेगी।

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