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बरेली,वाईबीएनसंवाददाता
बरेली पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने प्रदेश को 2554 नई एंबुलेंस की सौगात दी। अत्याधुनिक जीवन रक्षक सुविधाओं से लैस एंबुलेंस को मुख्यमंत्री ने फ्लैग ऑफ कर रवाना किया। संचारी रोग अभियान के तहत डेंगू, मलेरिया, इंसेफ्लाइटिस, चिकनगुनिया, कालाजार आदि को जड़ से मिटाने की बात कही। उन्होंने बरेली से प्रदेश भर में स्कूल चले अभियान का भी शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री बोले- 19 से घटकर 7 मिनट रह गया एंबुलेंस का रिस्पांस टाइम
बरेली कॉलेज बरेली में आयोजित जनसभा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि 2554 नई एंबुलेंस आने से रिस्पांस टाइम कम होगा। वर्ष 2017 से पहले 108 एंबुलेंस का रिस्पांस टाइम 17 से 19 मिनट था, जो घटकर अब मात्र 7 मिनट रह गया है। नई अत्याधुनिक जीवन रक्षक सुविधाओं से लैस एंबुलेंस आने से रिस्पांस टाइम और घटेगा, जरूरतमंदों को तुरंत इलाज उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि संचारी रोगों के लिए अलग से अभियान चलाया जा रहा है।
बरेली, बदायूं, पीलीभीत मलेरिया के लिए संवेदनशील
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्र अलग-अलग रोगों का लेकर संवेदनशील हैं। बरेली, बदायूं, पीलीभीत और इनके आसपास के इलाके मलेरिया को लेकर संवेदनशील हैं। आगरा और उसके आसपास के इलाके डेंगू को लेकर, वाराणसी कालाजार, झांसी चिकनगुनिया और पूरब के इलाके गोरखपुर, बलिया आदि इंसेफ्लाटिस के लिए संवेदनशील हैं। उन्होंने कहा कि संचारी रोगों से मुख्य बचाव का उपाय जागरुकता है।
इंसेफ्लाइटिस पूरी तरह नियंत्रित, अब नहीं होती कोई मौत
मुख्यमंत्री ने कहा कि इंसेफ्लाइटिस को पूरी तरह नियंत्रित किया जा चुका है। इससे अब कोई मौत नहीं होती। मलेरिया भी नियंत्रित हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि तीन माह तक चलने वाले संचारी रोग अभियान में हेल्थ वर्कर घर-घर जाकर लोगों को जागरुक करेंगे। संचारी लोग जल जमाव से होते हैं। इसको रोकने की अभी से तैयारी की जा रही है। मच्छरों को लार्वा स्टेज पर ही नष्ट किया जाएगा। जलभराव वाले स्थानों पर दवा का छिड़काव किया जाएगा, जिससे लार्वा नष्ट हो सके। लार्वा नष्ट होगा तो मच्छर पैदा नहीं होंगे।
वन डिस्ट्रिक वन मेडिकल कॉलेज बनाने की योजना
बीमारियों की चपेट में कोई न आए इस उद्देश्य को लेकर डबल इंजन की सरकार काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले आठ साल में उत्तर प्रदेश में 44 सरकारी मेडिकल कॉलेजों का निर्माण किया गया है। संभल, सांबली, महाराजगंज आदि जगह पीपीपी मोड पर मेडिकल कॉलेज बनाए गए हैं। जहां डायलिसिस, सीटी स्कैन, टेलीक्लीनिक आदि सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन सराकर की योजना वन डिस्ट्रिक वन मेडिकल कॉलेज बनाने की है।