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साइबर ठगों ने इस बार एक नया तरीका अपनाते हुए लंदन की 'सीईओ' बनकर बरेली के युवक से लाखों रुपये ऐंठ लिए। यह मामला फेसबुक पर दोस्ती से शुरू हुआ, और एयरपोर्ट पर फंसी विदेशी महिला के बहाने खत्म हुआ। लंदन की युवती से दोस्ती के लालच में बरेली का एक युवक अपनी खून-पसीने की कमाई गंवा बैठा।
फेसबुक पर हुई दोस्ती, फिर व्हाट्सएप पर शुरू हुई चेटिंग
सुभाषनगर इलाके में सोनिया पोल्ट्री फार्म वाली गली, तपेश्वर नाथ मंदिर के पास रहने वाले कौशलेन्द्र कुमार की फेसबुक पर पहचान ओलिविया जेम्स नाम की महिला से हुई। खुद को लंदन की बिजनेसवुमन और सीईओ बताकर ओलिविया ने दोस्ती की और फिर व्हाट्सएप पर निजी बातचीत शुरू कर दी।
'दिल्ली एयरपोर्ट पर फंसने का किया बहाना, फिर आए फर्जी कॉल
दोस्ती होने कुछ दिनों बाद ओलिविया ने कहा कि वह दिल्ली आ रही है, और कौशलेंद्र मुलाकात करना चाहती है। जब कौशलेन्द्र ने इनकार किया तो एक नया ड्रामा शुरू हुआ। उनके मोबाइल पर एक कॉल आई, जिसमें सामने वाले ने खुद को सीआईएसएफ जवान बताया। कहा कि "ओलिविया दिल्ली एयरपोर्ट पर फंसी है, क्योंकि वह लंदन की करंसी लेकर आई है, उसे भारतीय रुपये की जरूरत है।"
1.12 लाख रुपये ट्रांसफर कराए, फिर किया नंबर ब्लॉक
बातों में आकर कौशलेन्द्र ने 8 अप्रैल 2025 को Google Pay और PhonePe से कुल ₹1,12,000 ठगों को ट्रांसफर कर दिए। ठगों ने भरोसा दिलाया कि ओलिविया अगली सुबह बरेली आकर पैसे लौटा देगी।
लेकिन एक घंटे बाद फिर ₹99,900 की मांग की गई। इस बार युवक को शक हुआ और उसने पैसे भेजने से इनकार कर दिया। इसके बाद ओलिविया और कथित सीआईएसएफ जवान — दोनों गायब हो गए। नंबर स्विच ऑफ, व्हाट्सएप पर कोई रिप्लाई नहीं।
1930 हेल्पलाइन और साइबर पोर्टल पर की शिकायत
कौशलेन्द्र ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत दर्ज की, जिसका नंबर 33104250042375 है। साथ ही 30 अप्रैल 2025 को साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत नंबर 23104250064631 के तहत भी मामला दर्ज कराया।