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डॉक्टर मधु गुप्ता ने महिलाओं को दिए टिप्स
वाईबीएन संवाददाता बरेली।
मिशन शक्ति अभियान पेज 5.0 के अंतर्गत अविनाश सिंह जिला अधिकारी एवं मोनिका राणा जिला प्रोबेशन अधिकारी के निर्देश अनुसार सीबीगंज के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की डॉ मधु गुप्ता की प्रेरणादायक कहानी सुनाई गई। महिला कल्याण विभाग से हरविंदर कौर जेंडर स्पेशलिस्ट व शरीन जेंडर स्पेशलिस्ट द्वारा *अनंता प्रेरक महिलाओं तथा बालिकाओं की पहचान व सम्मान कार्यक्रम* में डॉक्टर मधु गुप्ता द्वारा उपस्थित महिलाओं के साथ अपनी प्रेरणादाई कहानी को साझा किया गयाl
उनके द्वारा बताया गया कि डॉ. मधु गुप्ता – सेवा, संवेदना और संकल्प की मिसाल महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य सेवा और सामाजिक बदलाव की प्रेरणादायक कहानी बरेली की जानी-मानी स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मधु गुप्ता ने यह साबित किया है कि अगर संकल्प मजबूत हो तो सेवा और बदलाव दोनों संभव हैं। वे न केवल एक कुशल चिकित्सक हैं, बल्कि समाज में महिलाओं के स्वास्थ्य और सशक्तिकरण की सच्ची अग्रदूत हैं। डॉ. मधु गुप्ता का जन्म एक ऐसे परिवार में हुआ जहाँ बेटियाँ ही परिवार की पहचान थीं। पिता राजेन्द्र कुमार गुप्ता (व्यवसायी) और माता मंजू गुप्ता ने अपनी दोनों बेटियों — मधु और रमा — को हर वह अवसर दिया जिससे वे आत्मनिर्भर और शिक्षित बन सकें। परिवार की दादीजी, जिनका हाल ही में 97 वर्ष की आयु में निधन हुआ, ने हमेशा बेटियों को बराबर सम्मान और अधिकार दिए — यही संस्कार आज उनके जीवन का आधार हैं। हार्टमैन कॉलेज, बरेली से प्रारंभिक शिक्षा और गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, कानपुर से एमबीबीएस (1990) तथा डिप्लोमा इन गायनी एवं ऑब्स्टेट्रिक्स करने के बाद, डॉ. गुप्ता ने नजीबाबाद में 20 वर्षों तक निजी प्रैक्टिस करते हुए हजारों महिलाओं को सुरक्षित मातृत्व का आशीर्वाद दिया। साल 2018 में उन्होंने सरकारी सेवा का दायित्व संभालते हुए समाज के गरीब तबकों तक स्वास्थ्य सेवा पहुँचाने का संकल्प लिया। वर्तमान में वे UPHC CB Ganj, बरेली में एमओआईसी के रूप में कार्यरत हैं। उनके नेतृत्व में UPHC CB Ganj को हाल ही में NQAS (National Quality Assurance Standards) का प्रमाणन प्राप्त हुआ, जिससे यह मंडल का पहला UPHC बना जिसने यह उपलब्धि हासिल की — यह डॉ. मधु गुप्ता और उनकी समर्पित टीम की कड़ी मेहनत और उत्कृष्ट सेवा का परिणाम है। सेवा की भावना को और आगे बढ़ाते हुए, उन्होंने Inner Wheel Club Glory Plus, Bareilly की स्थापना की। इस संस्था के माध्यम से वे “एनीमिया फ्री बरेली” अभियान चला रही हैं — जिसमें स्कूलों व ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर, एनीमिया जाँच, मासिक धर्म स्वच्छता पर जागरूकता कार्यक्रम, सेनेटरी पैड मशीन की स्थापना और वितरण जैसे कार्य किए जा रहे हैं। महिलाओं की आत्मनिर्भरता हेतु उन्होंने सिलाई-कढ़ाई की नि:शुल्क प्रशिक्षण कक्षाएँ भी शुरू कीं, जिससे अनेक महिलाएँ आज स्वयं कमाने और समाज में योगदान देने में सक्षम हैं। वरिष्ठ नागरिकों के प्रति उनका स्नेह भी अनुकरणीय है। वे वृद्धाश्रम, बुखारा रोड में नियमित रूप से स्वास्थ्य शिविर, दीपावली उत्सव, पंखा (70 से अधिक) व कपड़ों का वितरण करती हैं, ताकि बुज़ुर्गों के जीवन में स्नेह और गरिमा बनी रहे।
105 बार रक्तदान कर चुकी है डॉक्टर मधु गुप्ता
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सामाजिक कार्यों के साथ-साथ डॉ. मधु गुप्ता Centurion Blood Donor भी हैं — उन्होंने अब तक 105 बार रक्तदान कर न केवल जीवन बचाने का कार्य किया है बल्कि समाज में रक्तदान के प्रति जागरूकता की अलख भी जगाई है। डॉ. मधु गुप्ता कहती हैं — > “अगर हर महिला अपने आस-पास की पाँच महिलाओं का हाथ थाम ले, तो समाज में बदलाव की लौ खुद जल उठेगी।” उनकी सफलता के पीछे उनके पिता, माता, बहन और मित्रों का अटूट सहयोग है — यही उनके जीवन के सच्चे स्तंभ हैं। आज डॉ. मधु गुप्ता केवल चिकित्सा जगत की सफल डॉक्टर नहीं, बल्कि हजारों महिलाओं के लिए प्रेरणा का प्रतीक हैं — जो यह सिखाती हैं कि सेवा, संवेदना और संकल्प से ही जीवन सच्चे अर्थों में सफल होता है।
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