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सपा में बिथरी चैनपुर से नरेश सिंह सोलंकी की मजबूत दावेदारी... बदलेंगे समीकरण

वरिष्ठ सपा नेता और समाजसेवी नरेश सिंह सोलंकी आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। वर्ष 2027 में उनकी बिथरी चैनपुर से समाजवादी पार्टी से विधानसभा टिकट की मजबूत दावेदारी है।

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Sudhakar Shukla
वरिष्ठ सपा नेता और समाजसेवी नरेश सिंह सोलंकी

वरिष्ठ सपा नेता और समाजसेवी नरेश सिंह सोलंकी

वाईबीएन संवाददाता बरेली।

आमतौर पर जब क्षत्रिय समाज के किसी व्यक्ति का व्यक्तित्व सामने हो तो दिमाग में यह जरूर आता है कि फलां व्यक्ति दबंग या लड़ाई-झगड़े वाला अवश्य होगा। मगर, नरेश सिंह सोलंकी से मिलने के बाद ये बिल्कुल नहीं लगता। बेहद मिलनसार, सरलता, सौम्यता विनम्रता और सभ्यता इनके चेहरे से झलकती है। कोई अनजान व्यक्ति भी एक बार मिल ले तो वह कभी उनसे अलग होने की नहीं सोच सकता।

बरेली के गांव भमोरा में साधारण किसान परिवार में जन्मे नरेश सिंह सोलंकी ने अपने पिता स्वर्गीय नत्थू सिंह सोलंकी का परंपरागत व्यवसाय और खेती का काम सम्हालने के बाद अपना पूरा जीवन समाजसेवा को समर्पित कर दिया। वर्ष 1995 से 2004 तक उत्तर प्रदेश व्यापार मंडल में महानगर उपाध्यक्ष बनकर समाजहित में निर्धन परिवार की कन्याओं के विवाह कराने का बीड़ा उठाया। यह उपलब्धि 1000 से अधिक कन्याओं के विवाह कराने के बाद भी अब तक जारी है। आपके सहयोग से इलाके में निःशुल्क चिकित्सीय कैंप लगाए गए। उसमें 10 हजार से ज्यादा मरीज अपना इलाज कराके स्वस्थ हो चुके हैं। अपने सक्रिय क्रियाकलापों की वजह से नरेश सिंह सोलंकी वर्ष 2005 से 2010 तक बसपा में जिला सचिव, जिला कोषाध्यक्ष के अलावा बसपा भाईचारा कमेटी में मंडल प्रभारी का दायित्व भी सम्हाल चुके हैं। जनता में आपकी लोकप्रियता का आलम यह है कि आपकी पत्नी ममता सोलंकी ने वर्ष 2010 में आलमपुर जाफराबाद से क्षेत्र पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा और जीता। खास बात ये थी कि नरेश सिंह सोलंकी और उनकी पत्नी दोनों ने एक साथ क्षेत्र पंचायत सदस्य का चुनाव लड़कर जीता। फिर ममता सोलंकी ब्लॉक प्रमुख भी बनी। वर्ष 2014 में वह आंवला लोकसभा क्षेत्र से सांसद का चुनाव भी लड़े। हालांकि प्रचंड मोदी लहर में वह चुनाव जीत नहीं पाए। लेकिन उन्होंने जनता की सेवा करना नहीं छोड़ा। अब साल 2027 में समाजवादी पार्टी में बिथरी चैनपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की प्रबल दावेदारी है। सामान्य बातचीत में नरेश सिंह सोलंकी कहते हैं कि अब उनके मन में केवल एक ही संकल्प है कि सर्वधर्म समभाव स्थापित करके वह एक बार जनप्रतिनिधि बनकर जनता की सेवा करना चाहते हैं। उसके पीछे उनका मकसद कुछ और नहीं है बल्कि वह आज के दौर के नेताओं को यह दिखाना चाहते हैं कि जनता की सेवा कैसे की जाती है। अगर राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उनको मौका दिया तो वह बिथरी चैनपुर की जनता की उम्मीदों पर शत प्रतिशत खरा उतरने की कोशिश करेंगे।  आखिर में वह दुष्यंत कुमार शेर के साथ अपनी बात समाप्त करते हैं :

सिर्फ़ हंगामा खड़ा करना मेरा मक़सद नहीं,

मेरी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए।

मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही,
हो कहीं भी आग, लेकिन आग जलनी चाहिए। 

सपा नेता और समाजसेवी नरेश सिंह सोलंकी
सपा नेता और समाजसेवी नरेश सिंह सोलंकी

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