/young-bharat-news/media/media_files/2025/03/02/aP47ZlTCFJ3QeKPHhWni.jpg)
कोर्ट की डीएम को चेतावनी Photograph: (YBN)
बदायूं के चर्चित नीलकंठ महादेव बनाम जामा मस्जिद की फाइल जिला जज विवेक संगल ने एफटीसी कोर्ट में ट्रांसफर कर दी है। सिविल जज सीनियर डिवीजन सुमन तिवारी के लंबे अवकाश पर जाने से फाइल ट्रांसफर की है। अब इस मामले की सुनवाई सिविल जज सीनियर डिवीजन फास्ट ट्रैक कोर्ट पुष्पेंद्र चौधरी की कोर्ट में चलेगी। मामले की अगली सुनवाई 30 अगस्त को होगी।
इस दावे को खारिज करते हुए मंदिर के अस्तित्व से इंकार किया
अखिल भारत हिंदू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष मुकेश पटेल ने 2022 में दावा किया था कि जामा मस्जिद की जगह पहले नीलकंठ महादेव मंदिर था। वहीं, मस्जिद इंतजामिया कमेटी ने इस दावे को खारिज करते हुए मंदिर के अस्तित्व से इंकार किया है। तब से नीलकंठ महादेव बनाम जामा मस्जिद का मामला सिविल जज सीनियर डिवीजन सुमन तिवारी की कोर्ट में विचाराधीन था।
इस मामले में तारीख पर तारीख पड़ रही है। गत तारीख 17 जुलाई को न्यायाधीश के अवकाश पर होने से सुनवाई नहीं हो सकी थी। इसके बाद से इस मामले की सुनवाई को 24 जुलाई को नियत की गई थी। वादी पक्ष के अधिवक्ता कोर्ट पहुंचे। यहां जानकारी हुई कि कोर्ट की न्यायाधीश सुमन तिवारी लंबे अवकाश पर हैं। इस वजह से अधिवक्ताओं ने मुकदमा दूसरी कोर्ट में ट्रांसफर करने की मांग रखी। अब जिला जज ने सिविल जज सीनियर डिवीजन फास्ट ट्रैक कोर्ट पुष्पेंद्र चौधरी की कोर्ट में मामले को ट्रांसफर कर दिया है। कोर्ट ने अगली सुनवाई 30 अगस्त तारीख नियत की है।