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बारादरी क्षेत्र के जोगी नवादा में इस बार अमन की बयार बहाने का स्थानीय लोगों ने पूरा मन बना लिया है। 19वीं बैठक में पुलिस प्रशासन की कोशिश सफल रही तो सियासती लोगों के दिल पर सांप लोट गया। रविवार को प्रशासन की पहली परीक्षा यहां होनी है। मौर्य गली से होकर तख्त के जुलूस को निकाला जाएगा। पहले हर साल सड़क पर कई फुट गहरा गड्डा करना पड़ता था, पीपल की डाल कटने से इस बार ऐसी नौबत नहीं आएगी।
जोगी नवादा में मिश्रित आबादी का बड़ा क्षेत्र है। दो साल पहले यहां बारावफात और कांवड़ जुलूस में दो समुदाय के लोग आमने-सामने आ चुके हैं। कई पुलिस वालों को कुर्सी गंवानी पड़ी, एसएसपी प्रभाकर चौधरी का तबादला हो गया। इस बार एसएसपी अनुराग आर्य ने एसपी सिटी मानुष पारीक व सीओ तृतीय पंकज श्रीवास्तव के जरिये दोनों पक्षों के संभ्रांत लोगों की लगातार बैठकें कराकर माहौल बेहतर बनाने का प्रयास किया है। सियासत से जुड़े लोगों को अमन की यह पहल गले नहीं उतर रही है, हालांकि पुलिस प्रशासन व्यवस्था चौकस रखने के मूड में है।
न पेड़ की डाल छंटेगी न खोदी जाएगी सड़क
हर साल मौर्य गली से होकर मुस्लिम पक्ष के लोग तख्त का ताजिये जुलूस निकालते हैं। पहले पीपल की डाल बाधा बनती थी तो सड़क में गड्ढा खोदकर ताजिये निकाले जाते थे। इस बार आपसी सहमति से डाल कटवाकर ये समस्या पहले ही दूर हो गई है। दोनों धर्मों के जुलूस पर भी सहमति बनी है। रविवार दोपहर इसी संवेदनशील स्थान मौर्य गली से होकर तख्त का जुलूस निकाला जाएगा। पुलिस प्रशासन की मेहनत और दो समुदाय के भाईचारे की यह पहली परीक्षा होगी। माना जा रहा है कि खुराफात न हुई और अमन के फूल बरसे तो आने वाले सभी जुलूस बेखटक निकाले जा सकेंगे। हालांकि पुलिस ने नफरती लोगों से निपटने के लिए भी पूरे इंंतजाम किए हैं। एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि जोगी नवादा के लोग काफी परेशानी झेल चुके हैं। अब दोनों ही पक्ष की स्थानीय जनता किसी नए विवाद को झेलने के मूड में नहीं है। आपसी सहमति के दौरान स्थानीय जनता ने बेहद सकारात्मक रुख अपनाया है। किसी तरह के विवाद की दूर तक आशंका नहीं है। फिर भी एहतियात के तौर पर रविवार को निकाले जाने वाले जुलूस में आरएएफ, पीएसी व पुलिस बल मौजूद रहेगा।