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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
विश्व के 108 देशों में एक साथ एक समय पर जैन संस्था जीटो के सौजन्य से णमोकार मंत्र का पाठ 9 अप्रैल को सुबह 8:01 से 9:36 बजे तक होगा। यानी 90 मिनिट ब्रह्मांड में गुंजायमान होने जा रहा है। विश्व कल्याण, शांति, सद्भावना, प्रेम अहिंसा से ओतप्रोत विश्व के सभी जन को एकता के सूत्र में पिरोने का ये महत्वपूर्ण प्रयास है।
बरेली शहर के बिहारीपुर और रामपुर गार्डन स्थित जैन मंदिरों में इसकी तैयार की है। जैन समाज ने सभी से अपील की है कि अपने घरों और प्रतिष्ठानों पर सामूहिक रूप से जुड़कर विश्व शांति और कल्याण के लिए इस अभियान का हिस्सा बनें। कार्यक्रम के मीडिया प्रभारी सौरभ जैन ने बताया कि सभी धर्मों में 9 अंक की महती मान्यता है। मसलन वैदिक संस्कृति में नौ ग्रह, नौ देवियां और श्रीराम नवमी है तो जैन धर्म में नवग्रह के साथ-साथ नौ रत्न की मान्यता है।
इसी प्रकार वैदिक धर्म में चैत्र माह वर्ष का प्रथम माह है, तो जैन धर्म में इस माह में भगवान महावीर का जन्म कल्याणक सहित प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ भगवान जिनके पुत्र भरत के नाम पर देश का नाम भारत वर्ष पड़ा के शिष्य पुंडरीक स्वामी के साथ 5 करोड़ मुनिवर मोक्ष गए थे। कार्यक्रम के बारे में चेलना जैन ने बताया कि णमोकार मंत्र सर्व धर्म में मान्य है, सर्व समाज मिलकर इसके उच्चारण का उद्घोष करेंगे तो संपूर्ण विश्व में अद्वितीय, उज्जवल, देदीप्यमान, ज्योतिर्मय आभामण्डल का भव्याति भव्य निर्माण करेंगे।
धनंजय जैन ने बताया कि चैत्र माह में उगादि, गुड़ी पड़वा, गणगौर, यमुना छठ, रामनवमी, हनुमान जयंती, पोइला बोडसाख (बंगाली नव वर्ष), बैसाखी भी आते हैं। इस माह में जैन धर्म के 12 भगवान के कल्याणक भी आते हैं। इसलिए शुभ और आशातीत लाभ देने वाला यह माह सभी के लिए मंगलकारी है। अतुल जैन ने बताया कि श्री णमोकार मंत्र मानवता के लिए सबसे गहरा और पूजनीय मंत्र है। यह किसी वरदान की याचना नहीं, बल्कि गहन श्रद्धा का मंत्र है, जो उन आत्माओं को नमन करता है जिन्होंने आध्यात्मिक विकास की उच्चतम स्थिति प्राप्त की है।