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बरेली, वाईबीएन सवांददाता
एक राष्ट्र एक चुनाव को लेकर इन्वर्टीज यूनिवर्सिटी के ऑडिटोरियम में परिचर्चा हुई। इसमें भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सदस्य अरुण सिंह ने कहा कि भारत विकास की ओर बढ़ रहा है। हमारी अर्थव्यवस्था आज पांचवे नंबर पर है। हम शीघ्र ही तीसरे नंबर पर आने के लिए प्रयासरत है। ऐसी स्थिति में देश को एक देश एक चुनाव की ओर जाना ही पड़ेगा। आजादी के बाद सन 1952, 1957,1962,1967 मे लगातार देश में एक ही चुनाव हुआ था। आज की राजनितिक परिस्थिति में कहीं ना कहीं होते रहते हैं। उससे देश में आर्थिक बोझ बढ़ता है। हमारे देश की सरकारी मशीनरी चाहे केंद्रीय रिजर्व फ़ोर्स हो, शिक्षकों हो, यह किसी अन्य विभागों के कर्मचारी, वहअपने मूल कार्यों को छोड़कर चुनाव में अपना समय देते हैं। वह अपने मूल कार्य को लंबे समय के लिए छोड़ देते हैं। चुनाव से पूर्व आचार संहिता लगना, इन सब की वजह से पूरे प्रदेश और पूरे देश के अंदर विकास कार्यों पर रोक लग जाती है।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने कहा कि देश में चुनाव को अलग-अलग कराने में अरबो रु खर्च हो जाता है। यदि एक देश एक चुनाव होगा तो अधिक मात्रा में खर्च होने वाला रुपया देश के विकास कार्य में लगाया जा सकेगा। सन 1983 में चुनाव आयोग ने सुझाव दिया था कि एक देश एक चुनाव होना चाहिए। किंतु उसे समय की कांग्रेस सरकार ने चुनाव आयोग की बात नहीं मानी। उसके बाद 1999 में ला कमिशन ने भी कहा कि देश में एक साथ चुनाव होना चाहिए। 2013 में रामनाथ कोविंद जी के नेतृत्व में एक कमेटी बनी। उसे कमेटी ने भी 20 से 22हज़ार लोगों से सुझाव लिया। यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट के जजों ने भी अपने सुझाव इसी के पक्ष में दिए। सबकी राय के बाद यह कैबिनेट में गया और लोकसभा मे पास हो गया। उसके बाद यह जेपीसी में गया। अभी यह कानून जरूर पास होगा क्योंकि मोदी है तो मुमकिन है। यह हम सभी जानते हैं। किसी ने भी नहीं सोचा था कि 5 साल बाद राम मंदिर बनेगा। लेकिन, सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक निर्णय आया। फिर राम मंदिर बना। इसी तरह कश्मीर से धारा 370 जिसे लेकर संसद में मार काट की बात कही जाती थी। प्रधानमंत्री जी ने उसे भी समाप्त किया।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि देश की प्रगति के लिए एक देश एक चुनाव अत्यंत आवश्यक है। कार्यक्रम से पूर्व पंडित दीनदयाल उपाध्याय व श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर माल्यार्पण किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महानगर अध्यक्ष अधीर सक्सेना और मंच का संचालन पूर्व महानगर अध्यक्ष डॉ के. एम अरोरा ने किया।
कार्यक्रम में बरेली सांसद छत्रपाल सिंह गंगवार, क्षेत्रीय अध्यक्ष दुर्विजय सिंह शाक्य, महापौर डॉ उमेश गौतम, एससी एसटी आयोग के सदस्य उमेश कठेरिया, महानगर उपाध्यक्ष देवेंद्र जोशी, विष्णु शर्मा, तृप्ति गुप्ता, सी पी एस चौहान, अजय चौहान, मोहित तिवारी,जयदीप चौधरी, नरेंद्र मौर्य, कन्हैया राजपूत, राजकिशोर कश्यप, अमरीश ग्रोवर,सत्येंद्र पांडे, बृजेश कुमार पाल, सौरभ कुमार, सुभाष बर्मा, हरी ओम कश्यप, संजीव रस्तोगी, विशाल मल्होत्रा, नरेश शर्मा, ज्ञान प्रकाश लोधी विनीत अरोरा,सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।