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सर्वोदय विद्यालय के भवन निर्माण की गुणवत्ता खराब होने पर आउटसोर्सिंग जेई की सेवाएं समाप्त

आर्थिक रुप से कमजोर छात्र-छात्राओं के लिए निर्माणाधीन जयप्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालय के भवन निर्माण की गुणवत्ता खराब मिलने पर जेई माज खान की सेवाएं समाप्त कर दी गईं।

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Sudhakar Shukla
सर्वोदय विद्यालय के भवन निर्माण की गुणवत्ता का निरीक्षण करते हुए राज्य मंत्री असीम अरुण

सर्वोदय विद्यालय के भवन निर्माण की गुणवत्ता का निरीक्षण करते हुए राज्य मंत्री असीम अरुण

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बरेली, वाईबीएनसंवाददाता


लखनऊ/बरेली। यूपी सरकार के समाज कल्याण राज्यमंत्री असीम अरुण ने जयप्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालय के भवन निर्माण की गुणवत्ता खराब मिलने पर आउटसोर्सिंग जेई माज खान की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दीं। उन्होंने डीएम से कहा कि भवन निर्माण की मरम्मत तय मानकों से निर्धारित समय सीमा के अंदर कराई जाए। समाज कल्याण राज्यमंत्री ने कहा कि विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को फर्नीचर से लेकर शिक्षा और भोजन उच्च गुणवत्ता का मिले। अगर इसमें किसी ने किसी भी तरह की लापरवाही की तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। 

यूपी के समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित जयप्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालय (बालक) 

स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री असीम अरुण ने अचानक किया निरीक्षण 

गोपालपुर, भोजीपुरा में बन रहा है। विद्यालय के भवन निर्माण की गुणवत्ता की शिकायत लंबे समय से आ रही थीं। इसको देखते हुए समाज कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने रविवार को अचानक भवन का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान राज्यमंत्री ने विद्यालय के भवन के मरम्मत कार्य का जायजा लिया। इसमें उन्होंने पाया कि कार्य की गुणवत्ता संतोषजनक नहीं है। इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए राज्यमंत्री ने आउटसोर्सिंग पर कार्यरत जूनियर इंजीनियर (जेई) माज खान को तत्काल हटाने के निर्देश दिए। इसके आधार पर उनकी सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गईं। इसके बार राज्यमंत्री ने विभागीय अधिकारियों को विद्यालय भवन की मरम्मत कार्य को तय मानकों के अनुसार समयबद्ध ढंग से पूरा कराने के निर्देश दिए। 

भवन निर्माण के लिए सरकार ने डेढ़ करोड़ रुपए किए हैं स्वीकृत 


राज्यमंत्री असीम अरुण ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सर्वोदय विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को बेहतर शिक्षा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए 1.5 करोड़ की राशि स्वीकृत की है। इस धनराशि से विद्यालय भवन को नया स्वरूप देने का कार्य किया जा रहा है। सरकार का उद्देश्य है कि यहां पढ़ने वाले बच्चों को फर्नीचर से लेकर भोजन तक सभी व्यवस्थाएं गुणवत्तापूर्ण ढंग से मिलें। उन्होंने कहा कि सर्वोदय विद्यालय में टाइल्स लगाने के कार्य में लापरवाही बरतने पर संबंधित जेई को हटा दिया गया है। इन संस्थानों से जुड़ा प्रत्येक कार्य गुणवत्तपूर्ण और समयबद्ध होना चाहिए। राज्यमंत्री ने कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। समाज कल्याण विभाग द्वारा प्रदेश भर में आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के छात्र-छात्राओं के लिए कक्ष 6 से 12 तक आवासीय सुविधा से युक्त 101 सर्वोदय विद्यालय संचालित हैं। इन विद्यालयों में समय-समय पर मरम्मत कार्य करवाए जाते हैं। औचक निरीक्षण में उनके साथ वन पर्यावरण राज्यमंत्री डॉ अरुण कुमार और भाजपा महानगर अध्यक्ष अधीर सक्सेना समेत तमाम अधिकारी भी मौजूद थे। 

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