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कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकवादियों ने धर्म पूछकर 28 भारतीय पर्यटकों को निर्ममता पूर्वक मौत के घाट उतार दिया था। इससे पूरे देश में गम और गुस्सा है। देश भर में पहलगाम की घटना में मारे गए सैलानियों को श्रद्धांजलि देने के लिए सभाएं आयोजित की जा रही थीं।। इनमें पाकिस्तान में चल रहे आतंकवादियों को सबक सिखाने की मांग लोगों द्वारा लगातार की जा रही थी। भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध शुरू होने पर साहित्यकार सुरेश बाबू मिश्रा ने परमाणु हमले की आशंका को लेकर चिंता जताई है।
बरेली के राजेन्द्र नगर निवासी साहित्यकार सुरेश बाबू मिश्रा का कहना है कि देश में उपजे जनाक्रोश को भांपकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उच्च स्तरीय एवं सर्वदलीय बैठकें आयोजित करने के उपरांत सेना को वर्तमान परिस्थितियों के अनुरूप निर्णय लेने की छूट दे दी। यह देश हित में बहुत महत्वपूर्ण फैसला था। इससे तय हो गया था कि भारतीय सेना जन भावनाओं के अनुरूप कोई कड़ा कदम उठाएगी।
प्रधानमंत्री ने सीडीएस की मीटिंग बुलाई, जिसमें रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, एनएसए अजीत डोभाल एवं तीनों सेनाओं के अध्यक्ष शामिल रहे। इस मीटिंग में ठोस रणनीति बनी और भारतीय वायु सेना ने 6 मई की रात पाकिस्तान में चल रहे आतंकी शिविरों पर ड्रोन हमले किए। इसे ऑप्रेशन सिंदूर नाम दिया गया। इस ऑप्रेशन में 150 से अधिक खूंखार आतंकी मारे गए।
भारतीय सेना की एयर स्ट्राइक से तिलमिलाए पाकिस्तान के जनरल मुनीर के आदेश पर पाकिस्तानी वायुसेना ने 8 मई को भारत के 15 शहरों के सैन्य ठिकानों को टार्गेट करके 150 से अधिक मिसाइलें दागीं। भारतीय वायुसेना की मजबूत सुरक्षा प्रणाली ने पाकिस्तानी सेना ने दागीं इन मिसाइलों को हवा में नष्ट कर दिया। दो पाकिस्तानी लड़ाकू विमान भी भारत के जाबांज सैनिकों ने मार गिराए। भारतीय वायुसेना की तत्परता से भारत को जानमाल की कोई हानि नहीं उठानी पड़ी।
इसके जबाब में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद, लाहौर, करांची ,रावलपिंडी, सियालकोट, पेशावर, फैसलाबाद, वहालपुर और चकवाल पर हमलाकर इन सभी सैन्य ठिकानों के एयर डिफेंस सिस्टम को नष्ट कर दिया। इस तरह भारत-पाकिस्तान के मध्य युद्ध शुरू हो गया। कुछ देशों में पहले से युद्ध चल रहे हैं। इससे परमाणु युद्ध का खतरा उत्पन्न हो गया है।
भारत और पाकिस्तान दोनों परमाणु सम्पन्न देश हैं। पाकिस्तानी सैन्य शासक युद्ध शुरू होने से पहले ही कई बार धमकी दे चुका है कि उसके पास परमाणु हथियार हैं। ऐसे में यदि युद्ध लम्बा चलता है, और पाकिस्तान को अपनी हार नजदीक दिखी तो वह परमाणु हथियारों का प्रयोग कर सकता है। प्रतिरक्षा में भारत को भी अपने परमाणु अस्त्रों का प्रयोग करना होगा । यदि एक बार परमाणु युद्ध शुरू हो गया तो पूरी दुनिया में भयानक तबाही होना निश्चित है।