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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
बरेली शहर के एक निजी अस्पताल में गलत इंजेक्शन लगाने से मरीज की मौत हो गई। इस पर भड़के मरीज के परिवार वालों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। लोग डॉक्टर को बुलाने की मांग कर रहे थे। इसका पता लगने पर थाना प्रेमनगर पुलिस मौके पर जा पहुंची और किसी तरह लोगों को समझाकर शांत किया।
करीब 66 वर्षीय बटेश्वर शाहजहांपुर के रोजा थाना क्षेत्र के बरनई गांव के रहने वाले थे। वह एफसीआई में कर्मचारी रहे थे। उनका बरेली के डीडीपुरम स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। जहां मंगलवार 25 मार्च की दोपहर करीब दो बजे उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टर ने मंगलवार की रात में ऑपरेशन करने की बात कही थी। परिजनों ने शाम करीब पांच बजे बटेश्वर को खाना खिलाया। उस वक्त तक वह ठीक थे।
बेटे जितेंद्र कुमार ने बताया कि खाना खाने के कुछ देर बाद कंपाउंडर ने उनके पिता बटेश्वर को इंजेक्शन लगाया, जिसके पांच मिनट बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई, और कुछ देर बाद उन्होंने दम तोड़ दिया। इसका पता लगने पर परिवार वाले भड़क गए, जिससे हंगामा शुरू हो गया। उनका आरोप था कि कंपाउंडर ने गलत इंजेक्शन लगा दिया, जिससे बटेश्वर की जान चली गई। इसका पता लगने पर शहर में रहने वाले बिहारीलाल शर्मा और रामगिरीश ठाकुर समेत कई रिश्तेदार और नजदीकी लोग अस्पताल जा पहुंचे।
मृतक के परिवार वालों ने मौके पर मौजूद स्टॉफ से डॉक्टर को बुलाने के लिए कहा, लेकिन वह अस्पताल नहीं पहुंचे। इससे मृतक के परिजनों-रिश्तेदारों का गुस्सा और भड़क उठा, जिससे करीब दो घंटे तक हंगामा चलता रहा। इस दौरान स्टाफ फोन करता रहा, लेकिन डॉक्टर ने बात नहीं की। अस्पताल में हंगामे पता लगने पर प्रेमनगर पुलिस मौके पर जा पहुंची और लोगों को समझाकर शांत किया। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने को कहा तो परिजनों ने मना कर दिया। रात करीब नौ बजे परिवार वाले एंबुलेंस में शव लेकर शाहजहांपुर रवाना हो गए।