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बाघ
वन विभाग की टीमें तमाम प्रयासों के बाद भी हमलावर बाघिन का कोई सुराग नहीं लगा सकी हैं। टीमें रात-दिन न्यूरिया क्षेत्र के प्रभावित गांवों के आसपास सर्च अभियान चला रहीं हैं। वहीं सोमवार को टाह पौटा गांव में तेंदुआ देखे जाने का शोर मचने से हड़कंप मच गया। टीमें मौके पर पहुंची और निगरानी की तो तेंदुए की मौजूदगी के कोई प्रमाण नहीं मिले।
न्यूरिया थाना क्षेत्र के करीब 10 गांवों में एक सप्ताह से बाघिन की दहशत है। 17 जुलाई को मंडरिया गांव में खेत में घास काट रही महिला कृष्णा देवी को हमला कर मारने की घटना के बाद से ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ गया था। ग्रामीण 24 घंटे में बाघिन को पकड़ने की मांग पर अड़ गए थे। इसके बाद विभागीय अफसरों ने योजना बनाकर बाघिन को पकड़ने के प्रयास तेज किए। निगरानी का दायरा बढ़ाकर टीमों को अलर्ट किया गया। ट्रेंकुलाइज एक्सपर्ट की मौजूदगी में टीम बाघिन की तलाश में जुट गई, लेकिन उसका कहीं कोई सुराग नहीं लग सका।
उधर, सोमवार को भी करीब 20 टीमें 10 से अधिक गांव में सर्च ऑपरेशन चलाती रहीं, लेकिन बाघिन की मौजूदगी नहीं दिखी। इससे विभाग की चिंता लगातार बढ़ रही हैं। वहीं टाह पौटा गांव में सोमवार करीब नौ बजे गांव के निकट तेंदुआ देखे जाने का शोर मच गया। बड़ी संख्या में भीड़ एकत्र हो गई। सूचना के बाद वन विभाग और पुलिस की टीमें भी मौके पर पहुंची। तलाशी अभियान के दौरान तेंदुए की मौजूदगी के कोई प्रमाण नहीं मिल सके। हालांकि सुरक्षा के लिहाज से टीम क्षेत्र में अलर्ट हैं।
गन्ने का अधिक रकबा सर्च अभियान में बन रहा बाधा
न्यूरिया थाना क्षेत्र के जिन गांवों में बाघिन की चहलकदमी और हमले की घटनाएं सामने आईं थीं। अधिकांश इलाके में गन्ने की फसल खड़ी है। करीब पांच फुट ऊंचाई में लहलहाती गन्ने की फसल बाघिन के छिपने का आसान ठिकाना बनी हुई है। यही वजह है कि 17 जुलाई के बाद से बाघिन की क्षेत्र में कहीं मौजूदगी दिखाई नहीं दे रही है। विभागीय अफसर भी गन्ने की अधिक फसल के बीच बाघिन को तलाश करना चुनौती मान रहे हैं।
बाघिन के न्यूरिया क्षेत्र में हमलावर होने की घटना के बाद से क्षेत्र के लोगों में दहशत है। रात होते ही लोग घरों में दुबक जाते हैं। वहीं बाघिन के होने का शोर मचाता है तो टीमें मौके पर दौड़ती हैं। हालांकि अब तक बाघिन की मौजूदगी के कहीं कोई पगचिह्न या अन्य प्रमाण नहीं मिले हैं। वन विभाग की टीमें हाथियों और ड्रोन की मदद से भी निगरानी कार्य कर रही हैं।
पीड़ित परिजनों को सौंपा सहायता राशि का चेक
बरखेड़ा विधायक स्वामी प्रवक्तानंद सोमवार को न्यूरिया थाना क्षेत्र के मंडरिया गांव पहुंचे। बाघ के हमले में जान गंवाने वाली कृष्णा देवी के दोनों बेटों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता का चेक सौंपा। इस दौरान विधायक ने बाघ पकड़ने के प्रयासों की जानकारी भी ली। उन्होंने प्रभागीय वन अधिकारी से फोन पर वार्ता कर गांव की सीमाओं पर स्ट्रीट लाइट लगवाकर उचित प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। बाद में विधायक ने पूरनपुर ब्लॉक के ईटोरिया गांव पहुंचकर नहर की पुलिया से गिरकर जान गंवाने वाले युवक राहुल के परिजनों से शोक संवेदना व्यक्त की। मृतक की पत्नी रिंकी देवी को चार लाख की सहायता राशि का चेक सौंपा।