बरेली, वाईबीएन संवाददाता
पीलीभीत की पूरनपुर तहसील क्षेत्र में बाघ ने पांच दिन में दूसरा हमला कर एक और किसान को अपना निवाला बना लिया। उस वक्त किसान अपने गन्ने के खेत में सिंचाई कर रहा था। बाघ के हमले की जानकारी मिलने के बाद मौके पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। सूचना देने के करीब तीन घंटे बाद भी वन विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंची तो ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया। वहां मौजूद पुलिस ने किसी तरह भीड़ को समझाया। इससे पहले 14 मई को बाघ ने इसी क्षेत्र के गांव नजीरगंज के एक किसान को सिंचाई के दौरान हमलाकर मार डाला था।
सेहरामऊ उत्तरी क्षेत्र की घटना, खेत में सिंचाई कर रहे थे किसान राम प्रसाद
यह घटना पीलीभीत के थाना सेहरामऊ उत्तरी क्षेत्र के गांव चतीपुर के समीप रविवार शाम करीब साढ़े चार बजे हुई। चतीपुर निवासी 45 वर्षीय राम प्रसाद अपने गांव से करीब दो किमी दूर हरिपुर किशनपुर नहर के पास गन्ने के खेत में सिंचाई कर रहे थे। उनका खेत हरीपुर जंगल से करीब 500 मीटर की दूरी पर है। इसी दौरान झाड़ियों से निकले बाघ ने रामप्रसाद पर हमला कर दिया।
किसान को घसीटकर ले जा रहा था बाघ, लोगों के शोर मचाने पर शव छोड़कर भागा
बताते हैं कि हमले के बाद बाघ किसान को घसीटकर ले जाने लगा। उनकी चीखें सुनकर कुछ ग्रामीण ट्रैक्टर पर सवार होकर बाघ के पीछे दौड़े। शोर-शराबा करने पर बाघ भाग निकला। ग्रामीणों को मौके पर रामप्रसाद का खून से लथपथ शव पड़ा मिला। उनके सिर, गर्दन और शरीर पर गहरे घाव थे।
वन विभाग कर्मियों के न पहुंचने पर ग्रामीण ने किया हंगामा
बाघ के हमले का पता चलने पर कुछ ही देर में मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। क्षेत्र में लगातार हो रहे बाघ हमलों से आक्रोशित लोग हंगामा करने लगे। इसका पता लगते ही सुल्तानपुर पुलिस चौकी पुलिस मौके पर जा पहुंची। पुलिस ने किसी तरह लोगों को समझाकर शांत किया।
क्षेत्रीय वनाधिकारी बोले-टीम मौके पर भेजी गई
ग्रामीणों के मुताबिक घटना के करीब तीन घंटे बाद भी खुटार रेंज की टीम मौके पर नहीं पहुंची। शाम करीब सात बजे राम प्रसाद का शव ट्राली में रखकर गांव ले जाया गया। हरीपुर रेंज के क्षेत्रीय वनाधिकारी शहीर अहमद ने बताया कि हमले की जानकारी मिलने पर टीम भेजी गई है। घटना खुटार रेंज के अंतर्गत क्षेत्र में हुई है।