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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
डाकखाने की एक महिला एजेंट पर 50 लाख रुपये से अधिक के गबन का आरोप है। पीड़ित लोगों ने शुक्रवार को इसकी शिकायत एडीजी बरेली जोन से की। इस गबन में डाकखाने के कर्मचारियों और महिला एजेंट के पुत्र एवं पुत्रवधू के शामिल होने का भी आरोप है। हालांकि महिला एजेंट की मौत हो चुकी है।
पीड़ित सतेंद्र जैन ने बताया कि डाकखाने की एजेंट इंद्रा जौहरी पत्नी सुधीर जौहरी उन्हीं के मोहल्ले में रहती थीं। वह पिछले 30-40 वर्षों से क्षेत्र से जुड़ी थीं। वह लोगों के एफडी और किस्त आदि के पैसे लेकर डाकखाने में जमा कर देती थीं। मगर पिछले तीन-चार साल से उनके पति के देहांत के बाद डाकखाने में जमा नहीं किए गए। यह रकम कुल मिलाकर करीब 50 लाख से अधिक है। यह घोटाला करोड़ों में भी हो सकता है।
एजेंट की मौत के बाद हुई गबन की जानकारी
पीड़ित अमरीश कुमार सक्सेना ने बताया कि उन्हें गबन की जारकारी तब हुई जब उसे एजेंट की मौत हाने की जानकारी हुई। उनके लड़के ने किसी प्रकार का सहयोग देने से मना कर दिया। पीड़ित स्नेहलता का कहना है कि यदि उनकी किस्त वर्षों से डाकखाने में जमा नहीं हो रही थी तो इसकी जानकारी उन्हें डाकखाने ने क्यों नहीं दी। इससे कर्मचारियों की मिलीभगत लगती है।
पीड़तों ने की एजेंट की संपत्ति नीलाम करने की मांग
एडीजी जोन को दिए शिकायती पत्र में पीड़ितों का कहना है कि उन्होंने अपना पैसा डाकखाने में जमा करने को दिया था। मगर उन्हें दी गईं किताबें और रसीदें फर्जी निकलीं। इसलिए महिला एजेंट की संपत्ति को नीलाम कर उनके रुपये दिला जाएं। साथ ही महिला एजेंट से मिलीभगत करने वाले डाकखाने के कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाए।
शिकायत करने वालों में ये लोग रहे शामिल
एडीजी से शिकायत करने वालों में कृष्ण मोहन सक्सैना, उमेंद्र कुमार जैन, मीना सक्सेना, मिलन सक्सेना, दीक्षा सक्सेना, सुधा सैनी, सचिन सेठ, अभय सक्सेना, अनमोल सक्सेना, अनामिका सक्सेना आदि शामिल रहे।