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बरेली,वाईबीएनसंवाददाता
बरेली। रमज़ान के पहले जुमा पर मस्जिदों में जुमे की नमाज़ से पहले शहर की मस्जिदों में इमाम और हाफ़िज़ ए कुरआन ने तकरीर की। इस कड़ी में हाफ़िज़ चाँद खान ने कोतवाली की मोती मस्जिद में तकरीर के जरिये रमज़ान के जुमे की फ़ज़ीलत बताते हुए कहा कि जुमा मोमिन के लिये ईद है। रमज़ान में जुमे का सवाब 70 गुणा के सवाब के बराबर हो जाता है।
रमज़ानुल मुबारक के पहले जुमे पर शहरभर की मस्जिदों में तकरीरें
रमजानुल मुबारक के पहले जुमे में आज शहरभर की मस्जिदों में जुमा की नमाज़ से पहले तकरीरो में रमज़ान की फ़ज़ीलत और बरकतों के बारे में नमाज़ियों को बतायए मस्जिद नोमहला शरीफ़ के इमाम मुफ़्ती अब्दुल बाकी मरकज़ी ने कहा कि इबादत और नेकियों का महीना है। रमज़ान रहमतो और बरकतों का महीना है। इस महीने में इबादत का सवाब 70 गुना ज्यादा मिलता है। इसलिए रमजान में पूरे 30 रोज़े रखें और पाँच वक़्त की नमाज़े पढे। अपनी ज़िंदगी मे हर दिन नमाज़ ज़रूर पढे। नमाज़ हर बुराई से दूर रखती है और नमाज़ी की दुआ अल्लाह कुबूल फरमाता हैं।
शहरभर की मस्जिदों में जुमे की नमाज़ अदा की गई
इसी तरह किला जामा मस्जिद,खन्नू मोहल्ले की मस्जिद दादा मियाँ,मस्जिद मुफ़्ती ए आज़म हिन्द सहित शहरभर की मस्जिदो जुमे की नमाज़ के बाद खुसूसी दुआ में मुल्क व आवाम की सलामती,खुशहाली, कामयाबी,तरक़्क़ी,अमन चैन,भाईचारे के लिये खुसूसी दुआ की गई। मस्जिद नोमहला शरीफ़ में नमाज़ियों को बरेली हज सेवा समिति के पम्मी खान वारसी,हाजी साकिब रज़ा खान,हज़रत शाने कमाल मियाँ साबरी नासरी आदि ने रमज़ान के पहले जुमे की मुबारकबाद मुसाफा करके दी।