/young-bharat-news/media/media_files/2025/04/15/oWW8uQit9Bah6VDy3cp7.jpg)
बरेली,वाईबीएनसंवाददाता
दरगाह साबिर पाक कलियर शरीफ़ स्थित दरगाह फिदा ए औलिया आशिके साबिर पाक हज़रत अल्हाज गुलाम जीलानी बाबा साबरी रहमतुल्लाह अलेह के 15 वें कुल शरीफ की नज़्र बाद नमाज़ ए जौहर सिविल लाइन मस्जिद नोमहला शरीफ परिसर स्थित दरगाह नासिर मियाँ रहमतुल्लाह अलेह पर अदा की गई। कुल शरीफ के मौके पर हज़रत शाने अली कमाल मियाँ साबरी नासरी ने कहा कि हज़रत साबिर पाक ने हम सबको ज़रूरतमंदों की मदद की सीख दी है।
उनसे सच्ची निस्बत रखने वालों की अल्लाह दुआएँ कुबूल फरमाता है।उन्होंने बुज़ुर्गों की सुफियाना ज़िन्दगी पर रौशनी डाली।समाजसेवी पम्मी खां वारसी ने कहा कि बुज़ुर्गों ने नेकियों के रास्तो पर चलने का रास्ता बताया है। दिलो में एक दूसरे के लिये नरमी और हमदर्दी रखने से ज़िन्दगी आसान बनती है। मौलाना मोहम्मद हसन रज़ा ने कुल शरीफ़ नज़्र पेश की हज़रत शाने अली कमाल मियाँ साबरी नासरी ने खुसूसी दुआ में मुल्क व आवाम की खुशहाली, तरक़्क़ी, कामयाबी,सलामती, बीमारो की शिफ़ा,अल्लाह बुज़ुर्गों के वसीले से मांगी गई दुआओ को कुबूल फरमा।
सूफियाना अकीदत का इज़हार, दरगाहों पर पेश हुई नज़र
दरगाह ख़्वाजा शमशुद्दीन तुर्क पानीपती के सज्जादानशीन हज़रत ख़्वाजा हाफ़िज़ सय्यद मेराज हुसैन साबरी,दरगाह साबिर पाक के हज़रत शाह यावर एजाज़ कुद्दुसी साबरी,दरगाह नासरी के सज्जादानशीन हज़रत ख़्वाजा सुल्तान अहमद नासरी,हज़रत ख्वाजा सलमान मियाँ आदि की ज़ेरे सरपरस्ती में नज़र पेश की गई।आखिर में हाज़रिन ए महफ़िल को लंगर तबर्रूक बाटा गया,इस मौके पर शाने अली कमाल मियाँ,सूफी वसीम मियाँ,समाजसेवी पम्मी वारसी,नईम खान,कल्लन मियाँ,साजिद साबरी, नसीम,रिज़वान नन्ना मियाँ,कसिम,सलीम साबरी,इमरान,यासीन आदि सहित अकीदतमंद शामिल थे।