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छह साल की बच्ची से किया दुष्कर्म, 10 साल काटी सजा, जेल से छूटते ही नौ साल की बच्ची को उठाया

दुष्कर्म के जुर्म में 10 साल की सजा काटने के बाद भी दुष्कर्मी ने अपराध की राह नहीं छोड़ी। जेल से निकलते ही सात साल की बच्ची का अपहरण कर लिया।

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Sanjay Shrivastav
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बरेली, वाईबीएन संवाददाता

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बरेली। दुष्कर्म के जुर्म में 10 साल की सजा काटने के बाद भी दुष्कर्मी ने अपराध की राह नहीं छोड़ी। जेल से निकलते ही सात साल की बच्ची का अपहरण कर लिया, इस मामले में भी वह नौ महीने तक जेल में रहा और जब छूटा तो बरेली के भोजीपुरा इलाके में 9 साल की बच्ची को अगवा कर ले गया। अपहरण के सात दिन बाद पुलिस ने उसे दबोचकर बच्ची को ढूंढ निकाला। 

दुष्कर्मी हाफिजगंज थाना क्षेत्र के गांव नरहरपुर गौरीखेड़ा का रहने वाला अमित सिंह है। उसी ने भोजीपुरा थाना क्षेत्र के अटापट्टी शुमाली गांव से 20 फरवरी को शादी समारोह के दौरान नौ साल की बच्ची का अपहरण किया था। गुरुवार को पुलिस ने आरोपी अमित सिंह को गिरफ्तार कर बच्ची को छुड़ा लिया। पूछताछ के बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया।

वर्ष 2013 में शीशगढ़ से बच्ची को अगवाकर किया था दुष्कर्म

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आरोपी अमित सिंह ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि वर्ष 2013 में उसे 6 वर्ष की बच्ची से दुष्कर्म करने के आरोप में थाना शीशगढ़ पुलिस ने जेल था। 10 साल की सजा काटने के बाद डेढ़ साल पहले वह जेल से छूटा था। जेल से छूटने के कुछ समय बाद छह अप्रैल 2024 को उसने रामपुर के थाना बिलासपुर क्षेत्र के गांव पहाड़पुर से सात साल की बच्ची का अपहरण कर लिया। 25 अप्रैल 2024 को बिलासपुर थाना पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था। फिर लगभग नौ महीने तक वह रामपुर जेल में रहा और 30 जनवरी 2025 को जमानत पर रिहा हुआ। आरोपी ने बताया उसके घर में कोई नहीं है। उसके माता-पिता और भाई की मृत्यु हो चुकी है। उसकी तीन बहने हैं, जिनकी शादी हो चुकी है।  

बच्ची को चॉकलेट खिलाने के बाद किया अगवा

आरोपी अमित ने बताया कि 20 फरवरी को दिन में करीब दो बजे वह अटापट्टी शुमाली पर मन्दिर के पास टेंपो से उतरा। वहीं, मन्दिर पर नहाने के बाद उसने कपड़े बदले। उसने मैले कपड़े थैले में रख लिए और पैदल-पैदल मझौला गांव के पास तक पहुंच गया। रास्ते में उसने एक डल्लप वाले से मझोला गांव में शादी होने के बारे में पूछा। हां करने पर आरोपी दिन में लगभग तीन बजे मझोला जा पहुंचा। वहां उसने पहले कम्पाईन पर काम किया। फिर वहीं, कुछ देर आम के बाग में बैठकर बूफर से गाने सुनता रहा। इसके बाद शादी वाले पंडाल की तरफ गया। उसने अपने कपड़ों का थैला गांव के बाहर बने मकान में नल के पास रख दिया और वहां खेल रहे बच्चों से बातें करने लगा। कुछ देर बातें करने के बाद वह दुकान पर गया और कुरकुरे का पैकेट लाकर वहां खेल रही नौ वर्षीय बच्ची को थमा दिया। लालच में आकर बच्ची ने दोबारा उससे चीज मांग ली। वह दोबारा दुकान पर गया और चॉकलेट लाकर बच्ची को दे दी। चॉकलेट मिलने से बच्ची उसके पीछे-पीछे घूमने लगी। फिर वह बच्ची को अपने साथ जंगल की तरफ ले गया। 

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दो दिन सैटेलाइट पर रहा था आरोपी

आरोपी अमित ने बताया कि वह चलते-चलते गांव पुरसमसपुर जा पहुंचा। वहां गांव के बाहर एक ट्रॉली के नीचे पुआल डालकर उस पर बच्ची को सुला दिया। सुबह होने पर करीब पांच बजे बच्ची को लेकर पैदल चलकर सड़क तक गया। इसके बाद एक बाइक वाले की मदद से नैनीताल हाईवे तक पहुंचा। वहां से मैजिक में बैठकर सेटेलाइट बस अड्डा पहुंच गया। सेटेलाइट पर मजदूरी करने के बाद उसने बच्ची को कंघा-शीशा और बॉल दिलाई। बर्गर भी खिलवाया। इससे बच्ची ने अपने माता-पिता को याद नहीं किया। आरोपी ने बताया कि वह रात को सैटेलाट पर सो जाता था। दिन में मोहल्ला कटरा चांद खां स्थित मौर्या मन्दिर में बच्ची के साथ जाकर पूजा करता था। फिर काम करता और रात को सैटेलाइट पर ही सो जाता था।

घुरसमसपुर के जंगल से पुलिस ने किया गिरफ्तार

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सैटेलाइट पर दो दिन गुजारने के बाद आरोपी बच्ची को लेकर मिलक चला गया और एक रात वहीं मन्दिर पर रुका। गुरुवार को वह बच्ची को लेकर अपनी भांजी लक्ष्मी की ससुराल जिवाई गांव गया। वहां उसकी भांजी नहीं मिली तो घुरसमसपुर के जंगल में चला गया। जहां उसे भोजीपुरा पुलिस ने पकड़ लिया। गिरफ्तार करने वाली टीम में थाना प्रभारी प्रवीन सोलंकी भी शामिल रहे।  


आरोपी का आपराधिक रिकार्ड

नौ मई 2013 को बरेली के शीशगढ़ थाने में अमित सिंह के खिलाफ छह साल की बच्ची को अगवा कर दुष्कर्म करने के आरोप में धारा 376 और 6 पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। दोष सिद्ध होने पर अदालत ने उसे 10 वर्ष की सजा सुनाई थी। सात अप्रैल 2024 को रामपुर के थाना बिलासपुर में उसके खिलाफ सात वर्ष की बच्ची का अपहरण करने का मुकदमा दर्ज हुआ। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भी भेजा तो वह नौ माह तक जेल में रहा।

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