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बरेली, वाईबीएन सवांददाता
राष्ट्रीय मानव सेवा संस्थान ट्रस्ट और भारत के पदाधिकारी एवं सदस्यगणों ने भारतीय संविधान के निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर की 133 वें जन्मदिवस पर बरेली स्थित कोतवाली के सामने अंबेडकर पार्क में बाबा भीमराव अंबेडकर की मूर्ति पर मलार्पण कर बाबा भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई।
राष्ट्रीय महामंत्री नरेंद्र पाल ने किया डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण
मानव सेवा संस्थान की राष्ट्रीय अध्यक्ष बिंदु सक्सेना ने कहा डॉ भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के मऊ में हुआ था। बाबा एक समाज सुधारक, अर्थशास्त्री, विधिवेत्ता, और राजनीतिज्ञ थे। उन्होंने भारत के संविधान को आकार देने में एक अहम भूमिका निभाई। वे भारत के पहले विधिक और न्याय मंत्री बने बाबासाहेब ने बंबई विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि हासिल कर के कोलंबिया विश्वविद्यालय और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स की पढ़ाई की और भारत में जातियों और उसका तंत्र उत्पात्री और उसका विकास पर एक निबंध लिखा। अपने जन्म 14 अप्रैल को दलित आइकॉन के सम्मान मैं मनाने की प्रेरणा देते हुए अपना सारा काम और जीवन मजदूरों, महिलाओं और अछूतों के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने सबको शिक्षा दी शिक्षित और संगठित रहो। भारत के संविधान में भारत वासियों को समानता का अधिकार का कानून अपने अनुच्छेदों में पारित किया। मैं ऐसे भारत के संविधान के रचयिता को आज उनकी जयंती पर उन्हे शत-शत नमन करती हूं। संस्थान के राष्ट्रीय महामंत्री नरेंद्र पाल ने डॉ भीमराव अंबेडकर को उनकी मूर्ति पर मालार्पण किया।
उन्हें शत-शत नमन करते हुए कहा कि बाबा साहेब नें दलित वध वर्ग उत्थान के लि भरकस प्रयास किया। बाबा साहब ने महाड सत्याग्रह का नेतृत्व किया था। वह दलित वर्ग के हित की रक्षा के लिये स्वतंत्र लेवर पार्टी का गठन किया था भारतीय संविधान में सभी का हित रखते हुए को मौलिक अधिकार, शिक्षा का अधिकार, अपने-अपने धर्मो अनुसार पूजा पाठ का अधिकार और समानता का अधिकार दिया। आज मानव अधिकार के रूप में दलितअत्याचार, महिला अत्याचार, एवं धार्मिक अत्याचारों से मानवो की रक्षा कर रहा है। मैं बाबा साहेब द्वारा रचित संविधान को प्रणाम करता हूं। बाबासाहेब अंबेडकर की जयंती कार्यक्रम में मानव सेवा संस्थान की राष्ट्रीय अध्यक्ष बिंदु सक्सेना महामंत्री नरेंद्र पाल, उपाध्यक्ष हरी बाबू खंडेलवाल चीनी वाले, मुकेश मेहंदीरत्ता, राकेश कुमार मौर्य, अभय भटनागर, संरक्षक वीरेंद्र प्रसाद खंडेलवाल, सौरभ अग्रवाल, भारतेंदु सिंह, जे.आर गुप्ता, अजय मिश्रा, सदस्य अखिलेश गुप्ता, रामकिशोर, चंद्र प्रकाश, प्रिंस सक्सेना, भीकम सिंह, राजकुमार अग्रवाल, आदि जन सैलाब मौजूद थे।
जिलाधिकारी ने बाबा साहब के चित्र पर किया माल्यर्पण
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने कलेक्ट्रेट सभागार में डा भीमराव अम्बेडकर के चित्र पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर उनको नमन किया।
इसके बाद अपर जिलाधिकारी सहित समस्त अधिकारियो/ कर्मचारियों ने माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किये।
डीएम ने कहा कि स्वतंत्रता के अमृत काल में भारत रत्न बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की जयंती पर 14 अप्रैल से 28 अप्रैल तक 15 दिवस में विभिन्न कार्यक्रमो का आयोजन किया जायेगा। हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान'' टैग लाईन के अंतर्गत अभियान के रूप में विविध कार्यक्रम उत्सव के रूप में आयोजित किये जायेंगे। जिला पंचायत, तहसीलो, विकास खंडो, क्षेत्र पंचायतो, ग्राम सभाओ में विभिन्न कार्यक्रम होंगे। विद्यालयों में प्रभात फेरियां निकाली जाएंगी। स्कूल कालेजों में प्रार्थना सभा के बाद संविधान के उपबंधो, संविधान निर्माण कि प्रक्रिय, मौलिक अधिकार/कर्तव्य/राज्य के नीति निर्देशक तत्वों एवं संविधान के नवीन संशोधनों के संबंध में किवज का आयोजन किया जायेगा।
डीएम ने कहा कि हम सब संविधान का सम्मान करना चाहिए। संविधान कि प्रस्तावना जो कि सम्पूर्ण संविधान का सार है, का पालन करें। मूल कर्तव्यों कोपढना और समझना चाहिए। उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतरना चाहिए। संविधान के समस्त अधिकारी कर्मचारी आपने कर्तव्यों का भली प्रकार निर्वहन करें। आमजन के लंबित कार्यों को ससमय निस्तारित करें, यही बाबा साहब के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
अपर जिलाधिकारी नगर सौरभ दुबे ने बाबा साहब ने हमारे देश को क्या-क्या दिया। आज का दिन यह विचार करने का दिन है। सबसे महत्वपूर्ण उन्होंने शिक्षा पर जोर दिया। क्योंकि जो शिक्षित होगा, वही आपने अधिकारों व कर्तव्यों के प्रति जागरूक होगा। उन्होंने बताया कि राजनैतिक समता सामाजिक और आर्थिक विषमता को दूर करने का साधन है। महिलाओ के सशक्तिकरण में बाबा साहब का अद्वितीय योगदान है।
नगर मजिस्ट्रेट ने कहा कि बाबा साहब ने संविधान में भारत के मौलिक तथ्यों को लाने का कार्य किया है। मौलिक कर्तव्यों और मौलिक अधिकार और संविधान की प्रस्तावना से हम ताकत लेते हैं और सही गलत का निर्णय लेते हैं। शिक्षा सभी को समान रूप से उपलब्ध होनी चाहिये, छुआ-छूत, भेदभाव समाप्त हो। बिना ज्ञान के कोई आगे नहीं बढ़ सकता था। दलित, शोषित, वंचित और महिलाओं को सशक्त करने का कार्य बाबा साहब ने किया।महापुरुष किसी धर्म जाति के नहीं होते, पूरे देश के लिये उनका योगदान है। समानता भाईचारा व समान रूप से सभी को अवसर मिले इस पर ध्यान दिया। बाबा साहब के बारे में पढ़े और जाने।
अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) संतोष बहादुर सिंह, अपर जिलाधिकारी नगर सौरभ दुबे, अपर जिलाधिकारी न्यायिक देश दीपक सिंह, नगर मजिस्ट्रेट राजीव कुमार शुक्ला, सहित अधिकारी/ कर्मचारीगण सहित पत्रकार बंधु भो उपस्थित थे।