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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
बरेली बार एसोसिएशन के शीर्ष नेतृत्व, विशेष रूप से सचिव बी.पी. ध्यानी के खिलाफ वकीलों में असंतोष बढ़ता जा रहा है। अधिवक्ताओं ने अपनी 19 मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। यह प्रदर्शन हर गुरुवार और शुक्रवार दोपहर 1:30 से 4:30 बजे तक जारी रहेगा, जब तक कि उनकी सभी मांगें पूरी नहीं हो जातीं।
बरेली बार संगठन को बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश से संबद्ध किया जाए।
बार एसोसिएशन का कार्यकाल एक वर्ष का किया जाए।
बार एसोसिएशन की आय को सार्वजनिक किया जाए।
मैनेजिंग कमेटी एवं जनरल हाउस की बैठक बुलाई जाए।
चुनाव में झूठे घोषणापत्र जारी करने पर रोक लगाई जाए।
बार में 400 खाली सीटों को अधिवक्ताओं में आवंटित किया जाए।
अधिवक्ताओं को बीमारी की स्थिति में ₹50,000 एवं मृत्यु होने पर ₹2,00,000 की आर्थिक सहायता मिले।
बार एसोसिएशन की प्रतिदिन की आय उसी दिन बैंक खाते में जमा की जाए।
सभी कार्य निविदा, गजट, एस्टीमेट और मेजरमेंट बुक के अनुसार कराए जाएं।
बार एसोसिएशन की मतदाता सूची बार काउंसिल से सत्यापित कराई जाए।
धरना प्रदर्शन की अगुवाई पूर्व सचिव पद प्रत्याशी शंकर कुमार सक्सेना कर रहे हैं। जिनके साथ अंगद सिंह, संजय वर्मा, वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता, जितेंद्र कुमार गौतम, दिनेश सिंह, सचिन सिंह, नीरज और नवीन सिंह समेत दर्जनों अधिवक्ता मौजूद रहे।
शंकर कुमार सक्सेना ने कहा कि "जब तक अधिवक्ताओं की सभी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, तब तक यह धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।" उन्होंने बार एसोसिएशन से पारदर्शिता और अधिवक्ताओं के अधिकारों की रक्षा की मांग की।
बार एसोसिएशन की ओर से इस धरने पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन अधिवक्ताओं का कहना है कि वे अपनी मांगों को पूरा करवाने के लिए संघर्ष जारी रखेंगे।