/young-bharat-news/media/media_files/2025/11/16/fb_img_1763298814596-2025-11-16-19-11-31.jpg)
देश के प्रथम गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती पर यूनिटी मार्च
भाजपा के कैंट विधायक संजीव अग्रवाल ने आयोजित किया था यूनिटी मार्च
वाईबीएन संवाददाता बरेली।
देश के प्रथम गृहमंत्री सरदार बल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती पर यूनिटी मार्च भाजपा के कैंट विधायक संजीव अग्रवाल की अगुवाई में निकाला गया। उसमें मेयर उमेश गौतम शामिल नहीं थे। यूनिटी मार्च के बैनर पोस्टर में तो मेयर और भाजपा महानगर अध्यक्ष अधीर सक्सेना का फोटो भी गायब था। हालांकि यूनिटी मार्च में भाजपा महानगर अध्यक्ष अधीर सक्सेना कुछ देर के लिए जरूर आए, लेकिन, मात्र औपचारिकता निभाकर निकल गए। यात्रा में साथ नहीं चले। दोनों उनके पोस्टर बैनर में भी नजर नहीं आए तो राजनीतिक अटकलें तेज हो गई।
देश में विभिन्न वर्गों के बीच एकता दर्शाने के लिए निकाले गए यूनिटी मार्च में भाजपा संगठन की एकता ही तार तार हो गई। सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर कैंट विधायक की अगुवाई में निकले यूनिटी मार्च में क्षेत्रीय भाजपा अध्यक्ष दुर्विजय सिंह शाक्य, भाजपा के एमएलसी महाराज सिंह और संगठन नेताओं की प्रमुख भूमिका थी। लौह पुरुष सरदार बल्लभभाई पटेल की 150 वीं जयंती पर भाजपा हाईकमान ने यूनिटी मार्च निकालने के निर्देश दे रखे हैं। इसमें पार्टी के महानगर संगठन की प्रमुख भूमिका रहती है। भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि वर्तमान अध्यक्ष की अगुवाई में पार्टी की महानगर इकाई ने शहर का पूरा संगठन नगर निगम की राजनीति करने वाले एक नेता के पास गिरवी रख दिया है। वहां पार्टी के अन्य किसी नेता या विधायक का सम्मान ही नहीं है। महानगर संगठन भाजपा कार्यालय से न चलाकर उन नेताजी के सिटी ऑफिस से चलता है। वहीं पर प्रतिदिन आधी रात तक पार्टियां होती हैं। उसमें भाजपा की महानगर इकाई के तमाम नेता भी शामिल होते हैं। इसके चलते भाजपा के कुछ विधायक और अन्य नेता महानगर संगठन के नाराज हैं। इसलिए, कैंट क्षेत्र से सरदार बल्लभभाई पटेल की 150 वीं जयंती पर निकाली गई पद यात्रा वाले बैनर पोस्टर में दोनों नेताओं के फोटो नहीं लगाए गए। यूनिटी मार्च में क्षेत्रीय भाजपा अध्यक्ष दुर्विजय सिंह शाक्य, उपाध्यक्ष हर्षवर्धन आर्य, सांसद छत्रपाल गंगवार, उमेश कठेरिया, पुष्पेंदु शर्मा, व्यापारी नेता राजेंद्र गुप्ता, गुलशन आनंद, रवि रस्तोगी, शामिल थे।
बसपा से आकर भाजपा में विकसित की अटैची लिफाफा और एडवांस कमीशन की संस्कृति ...
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/11/16/img-20251027-wa01341-2025-11-16-19-38-20.jpg)
भाजपा के एक विधायक ने नाम न प्रकाशित करने की गुजारिश पर बताया कि नगर निगम में जबसे बसपा से भाजपा में आए नेताजी बड़े पद पर आसीन हुए हैं, तबसे पार्टी का कैडर तो अटैची और लिफाफे की संस्कृति के चलते निचले स्तर पर पहुंच चुका है। भाजपा की महानगर इकाई के अधिकांश नेता और भ्रष्ट पार्षद बड़े डाकघर के सामने वाले एक प्राइवेट ऑफिस या फिर एक होटल में आधी रात तक जमे रहते है। देर रात तक पार्टियां होती हैं। उसमें शराब और शबाव परोसा जाता है। भाजपा के ही एक पूर्व महानगर अध्यक्ष का कहना है कि नगर निगम के पार्षद और महानगर संगठन के एक बड़े नेता होली दिवाली के अलावा भी उनसे अक्सर अपना लिफाफा और अटैची लेना नहीं भूलते। इसके चलते पार्टी की जो छवि पीएम मोदी, सीएम योगी और कैडर के नेताओं ने बरसों की मेहनत से खड़ी की है, उस छबि को जनता की नजरों में भारी नुकसान पहुंच रहा है। इन सब बातों को वह शीर्ष नेतृत्व तक पहुंचा चुके हैं। समय आने पर इन मामलों का संज्ञान लिया जाएगा।
भाजपा की सभा में खुले मंच पर हो चुकी है तू तू मैं मैं...
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/11/16/img-20251116-wa0170-2025-11-16-19-43-14.jpg)
नगर निगम से जुड़े नेताजी और एक भाजपा विधायक के बीच में कुछ महीने पहले सार्वजनिक कार्यक्रम के खुले मंच पर तू तू मैं मैं भी हो चुकी है। उस मंच पर नेताजी ने खुलेआम भाजपा विधायक का नाम लिए बिना धमकी दी थी कि साल 2027 में किसी कीमत पर उनको विधायक नहीं बनने देंगे। इसके लिए उनको कितना ही धन क्यों न खर्च करना पड़े। वह नेताजी इसी पैटर्न पर आगे बढ़ रहे हैं। भाजपा विधायक के विरोध में पार्टी की महानगर इकाई उन नेताजी के पक्ष में खड़ी है जबकि भाजपा विधायक आरएसएस कैडर के हैं। नगर निगम के नेताजी पहले बसपा से लोकसभा का चुनाव लड़कर तीसरे नंबर पर रहे। भाजपा में उनकी एंट्री धन बल पर बाद में हुई।
/filters:format(webp)/young-bharat-news/media/media_files/2025/11/16/img-20251025-wa0031-2025-11-16-19-44-23.jpg)
/young-bharat-news/media/agency_attachments/2024/12/20/2024-12-20t064021612z-ybn-logo-young-bharat.jpeg)
Follow Us