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ऑल इंडिया महापद्मनंद कम्युनिटी एजुकेटेड एसोसिएशन (एआईएमसीईए) की ओर से रविवार को बरेली में सिविल लाइंस स्थित नेहरू युवा केंद्र में प्रतिभा सम्मान समारोह एवं मंडलीय सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इसमें नंद, सेन, सविता और श्रीवास्तव समाज के मेधावी बच्चों, उत्कृष्ट व्यापारियों और गणमान्य लोगों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सपा के प्रदेश महासचिव एवं बहेड़ी विधायक और पूर्व मंत्री अताउर्रहमान एवं अति विशिष्ट अतिथि एआईएमसीईए के प्रदेश अध्यक्ष अशोक नंद रहे।
मुख्य अतिथि सपा विधायक एवं पूर्व मंत्री अताउर्रहमान ने कहा कि किसी भी समाज के विकास के लिए शिक्षा और एकता बहुत जरूरी है। बच्चे शिक्षित होंगे तभी समाज आगे बढ़ेगा। सपा विधायक ने कहा कि उस समाज को कोई नहीं पूछता जिसमें एकता और राजनीतिक पहुंच न हो। बच्चों के प्रोत्साहित करने के लिए ऐसे कार्यक्रम जरूरी हैं। कार्यक्रमों से समाज की पहचान बनती है।
उन्होंने कहा कि भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर सविता समाज के थे, जिन्होंने संविधान में दलितों और पिछड़ों के लिए जो सामाजिक न्याय की व्यवस्था थी उसे बिहार के मुख्यमंत्री रहते हुए दलितों, पिछड़ों, गरीबों और महिलाओं को आजाद भारत में सर्व प्रथम आरक्षण लागू कर मुख्य धारा से जोड़ने का काम किया। उनके जीवन से सविता समाज के छात्रों, नौजवानों और महिलाओं को आत्मसात करना चाहिए।
उन्होंने कहा आजादी के 75 साल बाद भी देश में हालात यह हैं कि राष्ट्रपति तक को मंदिर में घुसने नहीं दिया गया। कुछ लोगों की मानसिकता आज भी नहीं बदली। एक मुख्यमंत्री के आवास खाली करने पर उसे गंगाजल से धुलवाया गया। उन्होंने कहा कि डॉ भीमराव आम्बेडकर कहते थे संविधान कितना भी अच्छा हो, लेकिन संविधान अच्छा तभी साबित होगा जब उसे लागू करने वाले अच्छे होंगे।
कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि और एआईएमसीईए के प्रदेश अध्यक्ष अशोक कुमार नंद ने सफल और भव्य कार्यक्रम के लिए बरेली की टीम को बधाई दी। कार्यक्रम का उद्देश्य समाज के बच्चों का उत्साह बढ़ाना है।
मंडल अध्यक्ष बृजेश श्रीवास्तव सविता ने कहा कि समारोह के दौरान 101 छात्र-छात्राओं, 11 उत्कृष्ठ व्यापारियों और शिक्षाविदों का स्वागत किया गया। उन्होंने कहा कि शिक्षा ऐसा दूध है जो पिएगा वही दहाड़ेगा। इसलिए नई पीढ़ी को शिक्षित होना बेहद जरूरी है। संविधान में व्यवस्था होने के बावजूद दलितों और पिछड़ों का हक मारा जा रहा है। जो पढ़ेगा, वहीं अपना अधिकार समझेगा। इसलिए शिक्षा के साथ संविधान को समझना भी जरूरी है। जिला पंचायत सदस्य सतेंद्र श्रीवास्तव ने भी कार्यक्रम को संवोधित किया।
अभिदीप सिंह श्रीवास्तव, वंशिका श्रीवास्तव, कीर्ति श्रीवास्तव, दीप्ति श्रीवास्तव, तनिष्का श्रीवास्तव, युवराज श्रीवास्तव, विष्नु श्रीवास्तव, पुष्कर श्रीवास्तव, यश श्रीवास्तव, सुशांत श्रीवास्तव, विनीता श्रीवास्तव, ममता कुमारी, प्रिया श्रीवास्तव, राधिका श्रीवास्तव, धनिष्का श्रीवास्तव, स्पर्श श्रीवास्तव, दृष्टि श्रीवास्तव, अनुष्का वर्मा, रोहत श्रीवास्तव, आकंक्षा रानी, ललित किशोर, देव श्रीवास्तव समेत 101 छात्र-छात्राएं शामिल रहे।
राकेश श्रीवास्तव, यशपाल श्रीवास्तव, राकेश श्रीवास्तव, आनंद श्रीवास्तव, दिनेश श्रीवास्तव, गौरव श्रीवास्तव, हरचरन लाल श्रीवास्तव, रामदीन श्रीवास्तव आदि रहे।
कार्यक्रम में प्रदेश संगठन सचिव रवि शंकर श्रीवास्तव एडवोकेट, मंडल सचिव धर्मपाल, जिलाध्यक्ष अमरनंद, महानगर अध्यक्ष ओमप्रकाश श्रीवास्तव, मुनीश चंद्र पूर्व प्रधान, राकेश ठाकुर, जितेंद्र श्रीवास्तव, विनोद श्रीवास्तव स्वदेशी, गौरव जीत श्रीवास्तव, देवकी नंदन, डॉ हरचरण लाल, अनिल ठाकुर, पीयूष माथुर, रामगिरीश ठाकुर, रमेश श्रीवास्तव, परमानंद श्रीवास्तव, प्रदीप ठाकुर,सीमा श्रीवास्तव, नीलम श्रीवास्तव, कल्याण श्रीवास्तव, आनन्द श्रीवास्तव, दिनेश श्रीवास्तव, गौरव श्रीवास्तव, विपिन श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।