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सहकारी समिति सिमरा बोरीपुरा में तैनात सचिव ने सरकारी धनराशि का दुरुपयोग किया। और बैंक में जमा नहीं किया। जांच में 3.45 लाख रुपये सचिव ने विभाग में जमा नहीं किए। अब उनकी सचिव से वसूली की जाएगी। वहीं दोषी पाते हुए सचिव को पूर्व में बर्खास्त किया जा चुका है।
ब्लॉक क्यारा की ग्राम पंचायत सिमराबोरीपुर में बहुउद्देशीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समिति (पैक्स) स्थित है। यहां पर तैनात सचिव शकील अहमद ने वर्ष 2020 में पैक्स से 4,59,767 रुपये प्राप्त हुए थे। जिसमें से 1,14,000 रुपये जमा किए। जबकि 3,45,767 रुपये बाकी बच गए। जिसको उनके द्वारा बैंक में जमा नहीं किया गया है। ऐसे में एक जुलाई 2021 को उनके लिए निलंबित कर दिया। बाद में उनको नोटिस देकर सरकारी धनराशि जमा करने के निर्देश दिए। लेकिन उनकी ओर से धनराशि जमा नहीं की गई। 29 मार्च 2023 को उनकी सेवा समाप्त कर दी गई। वहीं पैक्स से 3,45,767 रुपये के साथ वेतन के अतिरिक्त निकले गए 38,976 रुपये भी सचिव को जमा करने होंगे। बैंक अधिकारियों ने एक माह में दो बार निकाला वेतन-बैंक में तैनात रखे शाखा प्रबंधक (सेवा निवृत्त) शाशि दीप सक्सेना के कार्यकाल में शकील अहमद का एक ही माह में दो बार वेतन निकाल दिया गया। ऐसे में एक बार का 38,976 रुपये अतिरिक्त पहुंच गया। लेकिन बैंक अधिकारी व कर्मचारियों की ओर से इसको जमा कराने के लिए कोई जहमत नहीं उठाई गई।
-इस मामले में बैंक अधिकारी व कर्मचारियों की लापरवाही साफ तौर पर देखने को मिली। जब कोई भी सचिव बैंक में सरकारी धनराशि जमा करता है। तो पिछली रसीद का मिलान किया जाता है। लेकिन सचिव शकील अहमद के मामले में ऐसा नहीं किया गया है। सचिव ने 28 मई 2020 से 30 अगस्त 2020 के बीच में अपनी मनमानी की। सचिव ने रसीद नंबर11, 12, 14, 21, 22, 25, 29, 30, 38, 44, 46, 47 और 48 पर धनराशि को जमा ही नहीं किया। ऐसे में 11 से 48 के बीच में 13 रसीदों की धनराशि को रोक लिया था। सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता बृजेश सिंह परिहार ने बताया कि सिमराबोरीपुर में समिति पर तैनाती के दौरान सचिव शकील अहमद ने 3.45,767 रुपये का घपला किया है। इसके अलावा बैंक की लापरवाही से एक माह में दो बार वेतन मिला है। ऐसे मेें एक बार का 38,976 रुपये भी इनको जमा करना होगा। इसको एक माह का समय दिया गया है।
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