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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
बरेली शहर में स्पेयर पार्टस की दुकानों पर मॉडिफाई साइलेंसर बेचे जा रहे थे, जो पटाखा दागकर ध्वनि प्रदूषण फैलाते हैं। एसएसपी अनुराग आर्य के गोपनीय नंबर पर मिली सूचना के आधार पर एसपी सिटी मानुष पारीक ने कड़ा एक्शन लिया है। सीओ सिटी पंकज श्रीवास्तव और इंस्पेक्टर अमित पांडेय के नेतृत्व में कोतवाली पुलिस ने शहर में ऑटोमोबाइल की दुकानों पर छापा मारकर पटाखे छोड़ने वाले 123 मॉडिफाइड साइलेंसर बरामद किए हैं। बरामद साइलेंसरों की कीमत लगभग 2.50 लाख रुपये बताई जाती है।
कोतवाली क्षेत्र में डीएवी कॉलेज रोड स्थित इस्लामिया मार्केट में ऑटोमोबाइल की दुकानों पर पुलिस ने गुरुवार सुबह छापा मारा। छापामारी के दौरान आरबी बुलट एसेसरीज के मालिक नईम कुरैशी, एमएस एसेसरीज के मालिक जीशान, एमएम मोटर्स के मालिक शाहिल खान, एम-3 मोटर्स और मद्रास मोटर्स के मालिक राहिल खान आदि की दुकानों से मॉडिफाइड साइलेंसर बरामद किए गए।
कंपनी के साइलेंसर निकालकर मॉडिफाइड लगा देते थे दुकानदार
एसपी सिटी मानुष पारिक ने बताया कि दुकानदार कंपनी द्वारा लगाए गए सामान्य साइलेंसरों को हटाकर पटाखे छोड़ने वाले और अन्य मॉडिफाइड साइलेंसर मोटरसाइकिलों में लगा देते थे, जिससे ध्वनि प्रदूषण के साथ-साथ पर्यावरण को भी गंभीर नुकसान पहुंचाया जा रहा था। सभी साइलेंसर मोटर वाहन अधिनियम की धारा 182A(3)के अंतर्गत अवैध माने गए हैं।
मॉडिफाइड साइलेंसर लगाना और बेचना नियम विरुद्ध, होगी कार्रवाई
एसपी सिटी मानुष पारी ने बताया कि मॉडिफाइड साइलेंसर लगाना और बेचना दोनों तरह से गलत है। कोतवाली पुलिस ने सभी 123 साइलेंसरों को जब्त करते हुए संबंधित दुकानदारों के विरुद्ध एमवी एक्ट की धारा 182A(3)के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है। एसपी सिटी के मुताबिक इसके तहत एक साल तक की सजा और एक लाख रुपये जुर्माने का प्रावधान है।
आम जनता की मदद से अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए एसएसपी अनुराग आर्य ने एक गोपनीय नंबर जारी कर रखा है। इस नंबर पर सूचना देने वाले का नाम, पता गोपनीय रहता है। दुकानों पर मॉडिफाइड साइलेंसर बेचे जाने की सूचना गोपनीय नंबर पर मिली थी। यह कार्रवाई एसपी सिटी मानुष पारीक के निर्देशन और सीओ प्रथम पंकज श्रीवास्तव, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली अमित पांडेय के नेतृत्व में की गई।