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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार के नेहरू युवा केंद्र संगठन और राष्ट्रीय सेवा योजना विभाग के तत्वावधान में राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव 2025 के अंतर्गत उत्तर प्रदेश राज्य स्तरीय "विकसित भारत युवा संसद उत्सव" का भव्य आयोजन उत्तर प्रदेश विधानसभा, लखनऊ में किया गया। इस दो दिवसीय आयोजन में प्रदेशभर के नोडल जनपदों से चयनित 240 प्रतिभागियों ने विभिन्न विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। बरेली जनपद से चयनित 10 प्रतिभागियों ने भी इस राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लिया।
जिला युवा अधिकारी शिवम शर्मा ने बताया कि इस युवा संसद में बरेली के धीरेन्द्र सिंह ने "भारतीय संविधान के 75 वर्ष: अधिकारों एवं कर्तव्यों" विषय पर अपने प्रभावशाली भाषण से सभी को आकर्षित किया। निर्णायक मंडल ने उनकी उत्कृष्ट प्रस्तुति को सराहते हुए उत्तम वक्ता का खिताब दिया और उन्हें राज्य युवा संसद के प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया।
युवा उत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने किया। समापन सत्र में मुख्य अतिथि वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना और विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने प्रतिभागियों को संबोधित किया और शीर्ष तीन वक्ताओं को सम्मानित किया।
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा, "लोकतंत्र में नई पीढ़ी को भागीदार बनाना आवश्यक है। संसदीय लोकतंत्र में विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका की मर्यादा बनाए रखना जरूरी है। संविधान की 11 कर्तव्यों का पालन उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि अधिकारों का उपयोग।" उन्होंने जापान का उदाहरण देते हुए युवाओं को अपनी जिम्मेदारियों के प्रति अनुशासित और पंक्चुअल बनने की प्रेरणा दी।
उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने युवाओं को विधानसभा में स्वागत करते हुए कहा,
"शासन का सर्वोत्तम तंत्र लोकतंत्र ही है। राम राज्य का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि लोकतंत्र का प्रभाव राजतंत्र से भी बेहतर साबित हुआ है। संसदीय लोकतंत्र, लोकतंत्र की सबसे प्रभावी व्यवस्था है।"
युवा संसद महोत्सव के तीनों शीर्ष विजेता अब राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष उत्तर प्रदेश की आवाज बनेंगे। वे संसद भवन में अपने विचार रखकर प्रदेश और अपने जनपद का नाम रोशन करेंगे। इस आयोजन ने युवाओं को लोकतंत्र, संविधान और नागरिक कर्तव्यों के प्रति जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान किया।