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नागरिक सुरक्षा कोर सिविल डिफेंस की ओर से सुरेश शर्मा नगर स्थित एसएसवी इंटर कॉलेज के सभागार में शिक्षक, विद्यार्थियों व अभिभावकों को हमले के दौरान बचाव का प्रशिक्षण दिया गया। हवाई हमलों से पहले व बाद के राहत कार्यों के बारे में बताया।
सिविल डिफेंस, बरेली के उपनियंत्रक (डिप्टी कंट्रोलर) राकेश मिश्र जी ने हवाई हमलों के दौरान सायरन के संकेतों को पहचानने और पहचानने के तुरंत बाद अपने आपको सुरक्षित रखना अपने परिवार के लोगों को सुरक्षित रखने व बचाव के उपाय बताए। उन्होंने बताया कि
यदि एक मिनट तक एक ही आवाज़ में सायरन बजे तो इसे पीला संकेत कहा जाता है अर्थात बचाव की तैयारी कर ली जाए।
यदि सायरन दो मिनट तक ऊंची नीची आवाज़ में बजता रहे तो इसे लाल संकेत कहते हैं। अर्थात युद्ध आरम्भ हो गया है और हवाई हमला हो रहा है।
हरा संकेत इसका अर्थ है कि हवाई हमला समाप्त हो गया है। दुश्मन के जहाजों को घेर लिया गया है या वे हमला कर निकल गए हैं। इसमें सायरन दो मिनट तक एक ही स्वर में बोलता है।हमले के दौरान यदि घर में हैं तो घर के बेसमेंट में चले जाएं या नजदीकी कोने में जाकर सिर को किसी लकड़ी की मजबूत पटली, मोटा तकिया से ढक लें। यदि खुले स्थान पर हैं वहीं पेट के बल लेट जाएं। कानों को दोनों उंगलियों से बंद कर सीने के नीचे कोहनियां लगाकर ज़मीन पर लेट जाएं। याद रहे हृदय (दिल) ज़मीन पर ना हो उसे 4अपनी दोनों कोहनियों पर टिका कर लेट जाएं।
हमले के दौरान घर की, स्ट्रीट लाइट सभी बन्द कर दें
हमले के दौरान घर की, स्ट्रीट लाइट सभी बन्द कर दें। खिड़कियों पर काले कपड़े के पर्दे टांग दें जिससे रोशनी बाहर की ओर ना जाए। शोर शराबा ना करें।
इससे पहले सहा0उपनियंत्रक श्री प्रमोद डागर जी छात्रों को सायरन के बारे में बताया और बजाकर दिखाया।
इस अवसर पर डिप्टी चीफ़ वॉर्डन, बरेली श्री रंजीत वशिष्ठ, प्रभागीय वार्डन (आ0), बरेली श्री शिवलेश चन्द्र पाण्डेय, उप प्रभागीय वार्डन (प्रभारी) बारादरी श्री कलीम हैदर सैफी, उपप्रभागीय वॉर्डेस (आ0) बरेली श्री कँवलजीत सिंह, बबलू राठौर, मोहित मौर्य तथा अनुज वर्मा (सभी सेक्टर वार्डन) उपस्थित रहे। विद्यालय प्रबंधक साकेत सुधांशु शर्मा ,अध्यक्ष अंजलि शर्मा ,पंकज कुमार , सर्वेश गंगवार, संदीप मिश्रा ,प्रदीप तथा अन्य शिक्षकगण व अभिभावकगण उपस्थित रहे।