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बरेली, वाईबीएन संवाददाता
आतंकी शिविरों पर भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक देशवासियों का मनोबल बढ़ाने के लिए जरूरी थी। आज का हिंदुस्तान किसी भी तरह के हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सक्षम है। हमारी सेना हर परिस्थिति में दुश्मन का मुकाबला करने की ताकत रखती है। सेना के पास अत्याधुनिक संसाधन, तकनीक और साधन हैं। ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं है। यह बात एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज के मेडिकल सुपरिटेंडेंट लेफ्टिनेंट कर्नल (सेवानिवृत्त) डा. आरपी सिंह ने कही।
कर्नल सिंह ने कहा कि पहलगांव में आतंकी हमले के बाद वर्तमान में देश में जो हालात हैं। इस हालात में आतंकी कैंपों पर सेना की सर्जिकल स्ट्राइक लोगों की मनोभावना के अनुकूल है। यह आम लोगों के साथ सेना का मनोबल बढ़ाने के लिए भी जरूरी थी। हालांकि सरकार जलसंधि रद करने जैसे कूटनीतिक कदम पहले ही उठा कर पाकिस्तान की घेराबंदी कर चुकी है। इससे पाकिस्तान घुटने टेकने पर मजबूर है। पाकिस्तान को नेस्तनाबूत करने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक भी उसी दिशा में एक कदम है।
लेफ्टिनेंट कर्नल (सेवानिवृत्त) डा. आरपी सिंह ने कहा कि किसी भी तरह की युद्ध की स्थिति में देश की सेना को सभी लोगों का सहयोग जरूरी है। सिविल डिफेंस के रूप में हम सबको सेना का सहयोग देना चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि हम सरकार द्वारा जारी प्रोटोकाल का पालन करें। आपात स्थिति में सायरन बजने पर सुरक्षित स्थान पर जाना है, ब्लैक आउट की स्थिति में घर में कैसे रहना है। घर में बुजुर्गों को 1971 के बार के दौरान बरती जाने वाली सावधानियां याद होंगी। तब कैसे ब्लैक आउट के समय सभी लोग सेना का साथ दे रहे थे। युद्ध जैसी परिस्थिति में ऐसी स्थिति आ सकती है ऐसे में हम सबको अपनी भूमिका का सही से पालन करना चाहिए। घबराना नहीं है। परेशान नहीं होना है। सुरक्षित स्थान पर जाना है और प्रशासन के दिशानिर्देशों का पालन करना है। यही देश के लिए और सेना के लिए बड़ा सहयोग होगा।