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स्वामी प्रसाद बोले- योगी की कुर्सी जाने वाली है : इसलिए हर रोज दिल्ली के चक्कर लगा रहे

लोक मोर्चा के संयोजक स्वामी प्रसाद मौर्य शुक्रवार को बरेली पहुंचे। उन्होंने बरेली मंडल के कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने केंद्र व प्रदेश सरकार को जमकर निशाना साधा।

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Sudhakar Shukla
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बरेली, वाईबीएन संवाददाता

लोक मोर्चा के संयोजक स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि केंद्र सरकार देश की संपत्तियां चुनिंदा उद्यमियों को बेच रही है। उत्तर प्रदेश की सरकार 27 हजार स्कूल बंदकर 13 लाख बच्चों को शिक्षा से वंचित कर प्रत्येक 400 मीटर पर शराब की दुकान खुलवा रही है। स्वामी प्रसाद मौर्य शुक्रवार को सम्यक पार्टी की ओर से आयोजित लोक मोर्चा के बरेली मंडल के कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि सीएम योगी अब कमजोर हो चुके है। अब उनकी कुर्सी जाने वाली है। इस कारण वह दिल्ली के चक्कर लगा रहे है।

कर्मचारी नगर स्थित एक वेंकट हाल में आयोजित सम्मेलन में स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार की गलत नीतियों के कारण महंगाई आसमान पर है। बेरोजगारों और गरीबों की संख्या में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है। किसानों को लाभकारी मूल्य देने का वादा किया गया, मगर वह साल चार से धरना दे रहे हैं। एससी-एसटी और ओबीसी समाज के लोगों के साथ अपराध हो रहा, उनकी एफआईआर तक नहीं लिखी जा रही है। 

स्वामी प्रसाद ने कहा कि समाज के जिन वर्गों को अब तक सत्ता से वंचित रखा गया है, उन्हें हम हिस्सेदारी दिलाएंगे। लोक मोर्चा ने संकल्प लिया है कि 2027 में भाजपा को उत्तर प्रदेश से हटाएंगे। इस दौरान सम्यक पार्टी के अध्यक्ष डॉ. राजामणि सुब्बैया राय व पूर्व अध्यक्ष तपेंद्र प्रसाद शाक्य, पॉलिक्टिकल जस्टिस पार्टी के संस्थापक बीपी अशोक और लोक मोर्चा के संरक्षक राजकुमार सैनी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

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'अखिलेश यादव को निशाने पर क्यों लिया जा रहा'


सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की मस्जिद में बैठक पर स्वामी प्रसाद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अजमेर शरीफ जाकर चादर चढ़ाते हैं तो क्या उन्हें कुछ कहा जाता है। अगर नहीं, तो फिर अखिलेश को निशाने पर क्यों लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा के नाम पर सड़क पर मारपीट, तोड़फोड़, दुकान लूटना जैसे आपराधिक कृत्य कौन कर रहा है? यह सभी असली कांवड़िया नहीं हैं। यह सत्ता के संरक्षण में पले अपराधी हैं, जो कांवड़ियों को बदनाम कर रहे हैं।

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