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प्रतिभाशाली छात्र-छात्राएं अपने जीवन के प्रत्येक अनुभव से कुछ न कुछ नया सीखें : देवमूर्ति

एसआरएमएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी बरेली के साहित्यिक क्लब की तरफ से एल.आई.टी.-मॉडल यूनाइटेड नेशंस (LIT-MUN) के प्रथम संस्करण का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया

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Sudhakar Shukla
एसआरएमएस के समारोह में पुरस्कृत छात्र-छात्राएं

एसआरएमएस के समारोह में पुरस्कृत छात्र-छात्राएं

बरेली, वाईबीएन संवाददाता

एसआरएमएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, बरेली के साहित्यिक क्लब द्वारा एल.आई.टी.-मॉडल यूनाइटेड नेशंस (LIT-MUN) का प्रथम संस्करण सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। इस सम्मेलन का उद्देश्य विद्यार्थियों में वैश्विक दृष्टिकोण, संवाद क्षमता और कूटनीतिक सोच का विकास करना था। कार्यक्रम की प्रेरणा संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान के इस विचार से ली गई थी – “आज के युवा ही कल की शांति के निर्माता हैं।”

कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुआ, जो ज्ञान और पवित्रता का प्रतीक है। सरस्वती वंदना के बाद चेयरमैन देव मूर्ति ने कार्यक्रम का उद्घाटन अपने आशीर्वचन से किया और विद्यार्थियों को प्रत्येक अनुभव से कुछ नया सीखने के लिए प्रेरित किया। प्राचार्य डॉ. प्रभाकर गुप्ता ने अपने प्रेरक संबोधन में युवाओं की भूमिका को विश्व शांति की स्थापना में अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने विद्यार्थियों को संवाद और विवेक के माध्यम से मतभेदों को सुलझाने की प्रेरणा दी। विभिन्न विभागों के अध्यक्ष, संकाय सदस्य एवं छात्र-छात्राएँ, साहित्यिक क्लब की चेयरपर्सन वंशिका शर्मा, तथा  कॉलेज परिवार के अनेक गणमान्य सदस्य उपस्थित थे।

एस.आर.एम.एस. ट्रस्ट से जुड़े सभी कॉलेज के विद्यार्थियों ने इस सम्मेलन में उत्साहपूर्वक भाग लिया। विद्यार्थियों ने लगभग एक माह तक विभिन्न देशों की राजनीतिक, सामाजिक एवं आर्थिक परिस्थितियों का गहन अध्ययन कर अपनी तैयारी की। इस प्रक्रिया ने न केवल उनके ज्ञान में वृद्धि की, बल्कि उन्हें अंतरराष्ट्रीय मुद्दों की गहराई से समझने का अवसर भी प्रदान किया।

इस वर्ष के सम्मेलन का एजेंडा “चरमपंथ और आतंकवाद के वित्तपोषण की रोकथाम” पर केंद्रित था। इस विषय पर प्रतिभागियों ने गहन अध्ययन कर अपने-अपने देशों के दृष्टिकोण से तार्किक और प्रभावशाली विचार प्रस्तुत किए। प्रतिनिधियों को तीन ब्लॉकों में बाँटा गया –
ब्लॉक 1: भारत, इथियोपिया, बांग्लादेश और अफगानिस्तान
ब्लॉक 2: सिंगापुर, चीन, सऊदी अरब, श्रीलंका और पाकिस्तान
ब्लॉक 3: फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और इजराइल

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सभी ब्लॉकों ने अपने प्रस्ताव और नीतियाँ प्रस्तुत कीं, जिनमें लंबी और रचनात्मक चर्चाओं के बाद अंततः ब्लॉक 2 का प्रस्ताव पारित किया गया।

कार्यक्रम के अंत में पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया, जिसमें उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया। सर्वश्रेष्ठ प्रतिनिधि का पुरस्कार MBBS छात्रा कृष्णाक्षी को, उच्च प्रशंसा का पुरस्कार B.Tech छात्रा रिया रस्तोगी को, विशेष उल्लेख B.Tech छात्र कुशाग्र गुप्ता को तथा सर्वश्रेष्ठ पोज़िशन पेपर का पुरस्कार B.Tech छात्र शिखर मेहरोत्रा को प्रदान किया गया।

एल.आई.टी.-एम.यू.एन. 2025 संवाद, सहयोग और नेतृत्व की भावना का जीवंत उदाहरण रहा। इस आयोजन ने विद्यार्थियों को न केवल बौद्धिक स्तर पर समृद्ध किया, बल्कि उन्हें वैश्विक दृष्टिकोण अपनाने और आत्मविश्वास के साथ अपने विचार प्रस्तुत करने का अवसर भी दिया। ब्लॉक 2 के प्रस्ताव का पारित होना तथा विजेताओं का सम्मान इस कार्यक्रम को एक यादगार सफलता में परिवर्तित कर गया। 

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एसआरएमएस के समारोह में सम्मानित होते प्रतिभाशाली छात्र
एसआरएमएस के समारोह में सम्मानित होते प्रतिभाशाली छात्र

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