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आंवला में घटना स्थल पर मौजूद भीड़।
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आंवला में घटना स्थल पर मौजूद भीड़।
बरेली, वाईबीएन संवाददाता
बरेली। बरेली के आंवला इलाके के गांव पनवड़िया से नौ दिन पहले लापता हुए युवक की सड़ी गली लाश सड़क किनारे पानी भरे गड्ढे में मिली। युवक की पत्नी का आरोप है कि हत्या करने के बाद शव को गड्ढे में फेंक दिया गया। गुस्साए लोगों ने रोड जामकर करीब आधे घंटे तक हंगामा किया। पुलिस ने किसी तरह लोगों को शांत किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
करीब 20 वर्षीय विनोद कुमार आंवला थाना क्षेत्र के गांव पनवड़िया का रहने वाला था। पत्नी राधा देवी ने बताया कि 11 मार्च की रात विनोद ट्यूबेल से फसल में पानी लगाने के लिए खेत पर गया था, जिसके बाद से वह नहीं लौटा। इंतजार करने के बाद सुबह को पत्नी उसे देखने के लिए खेत पर गई, लेकिन विनोद खेत पर भी नहीं था। फिर उसने रिश्तेदारियों में फोन किया, लेकिन विनोद का कुछ पता नहीं चला। हर संभव जगह तलाने के बाद 13 मार्च को घटना की सूचना आंवला थाने में दी गई। आरोप है कि पुलिस ने तलाशने की बात कहकर टाल दिया, लेकिन कोई मदद नहीं की।
बृहस्पतिवार 20 मार्च को सुबह करीब छह बजे पनवड़िया गांव से करीब डेढ़ किमी दूर रोड किनारे पानी भरे गड्ढे से दुर्गंध आती महसूस हुई। उधर से गुजर रहे कुछ लोगों ने जाकर देखा तो गड्ढे में पानी के अंदर लाश पड़ी हुई थी। इसकी चर्चा फैली तो लोगों की भीड़ जमा हो गई। इसका पता लगा तो सिद्ध बाबा मंदिर के बाबा ने विनोद के परिवार वालों को फोन किया। राधा ने रिश्तेदारों के साथ जाकर देखा तो एक हाथ पर लिखे नाम के आधार पर लाश शिनाख्त विनोद के रूप में की। उन्होंने घटना की सूचना आंवला पुलिस को दी।
फुफेरे भाई हरपाल ने बताया कि विनोद का एक हाथ गायब था, जिससे साफ है कि उनकी हत्या की गई। पत्नी राधा के मुताबिक खेत पर पानी लगाने को लेकर विनोद का खेत पर गांव के दो लोगों से विवाद हुआ था। उन लोगों ने भाला घोंपकर हत्या करने की धमकी दी थी। आरोप है कि उन्हीं लोगों ने विनोद की हत्या की और लाश छिपाने के लिए गड्ढे में फेंक दी गई।
परिजनों का आरोप है कि विनोद कुमार के मामले में पुलिस ने शुरूआत से लापरवाही बरती। विनोद के लापता होने के बाद उसकी पत्नी राधा रिश्तेदों के साथ आंवला थाने के चक्कर लगाती रही, और पुलिस वाले तलाशने की बात कहते रहे। ना तो पुलिस ने रिपोर्ट लिखी और ना ही विनोद को तलाशने में मदद की। गुरुवार सुबह लाश मिलने की सूचना करीब साढ़े छह बजे पुलिस को दे दी गई थी। मगर करीब आठ बजे तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। इससे गुस्साए लोगों ने वहीं रोड जाम कर दिया और पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। इसके बाद वहां पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाकर शांत किया।
आंवला थाने के प्रभारी निरीक्षक केबी सिंह ने बताया कि विनोद की पत्नी की ओर से दी गई तहरीर पर 14 मार्च को गुमशुदगी दर्ज कर ली गई थी। पर्चे भी बंटवाए गए थे। शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मौत की वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर स्पष्ट हो पाएगी। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।