Advertisment

शान्ति और मानवता की सीख देते हैं महापुरुषों के चरित्र : नीरज मौर्या

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर शनिवार को यहां पार्टी कार्यालय पर महर्षि कश्यप, श्रृंगवेरपुर के राजा निषाद राज़ गुह्य और चक्रवर्ती सम्राट अशोक महान की जयंती मनाई गई।

author-image
Sanjay Shrivastav
neeraj maurya
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

बरेली, वाईबीएन संवाददाता

Advertisment

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर शनिवार को यहां पार्टी कार्यालय पर महर्षि कश्यप, श्रृंगवेरपुर के राजा निषाद राज़ गुह्य और चक्रवर्ती सम्राट अशोक महान की जयंती मनाई गई। मुख्य अतिथि आंवला सांसद नीरज मौर्या रहे। उन्होंने कहा कि महापुरुषों के जीवन चरित्र से हमें शान्ति और मानवता की सीख मिलती है। उनके बताये रास्ते पर चलकर ही समाज और देश तरक्की कर सकता है।

उन्होंने कहा कि महापुरुषों ने समाज की बेहतरी के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। महर्षि कश्यप ने सृष्टि को अपनी संतानों के जरिए आगे बढ़ाया। निषाद राज़ गुह्य और भगवान राम की मित्रता जगजाहिर है। वहीं, चक्रवर्ती सम्राट अशोक महान एक ऐसे शासक के रूप में याद किया जाता है, जिसने अपार शक्ति और सत्ता हासिल करने के बाद भी शान्ति और मानवता को चुना। अखंड भारत के नाम पर भाजपा बड़ी-बड़ी बातें करती हैं, जबकि अखंड भारत अगर किसी ने स्थापित किया तो वे सम्राट अशोक थे।

सम्राट अशोक ने हिंसा त्यागकर बौद्ध धर्म की शरण ली थी: शिवचरन कश्यप

Advertisment

जिलाध्यक्ष शिवचरन कश्यप ने कहा कि हिंदू धर्म में महर्षि कश्यप को सृष्टि का रचयिता कहा गया है। देवता और दैत्य, नाग और गरुण उन्हीं की संतान बताये जाते हैं। उन्हें सभी प्रजाओं का जनक कहा जाता है। वहीं, निषाद राज़ गुह्य रामायण महाकाव्य के एक प्रमुख पात्र हैं। वह निषाद समुदाय के राजा थे, और भगवान राम के वनवास के समय उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। चक्रवर्ती सम्राट अशोक प्राचीन भारत के सबसे प्रसिद्ध और प्रभावशाली शासकों में से एक थे। उन्होंने हिंसा का मार्ग त्यागकर बौद्ध धर्म की शरण ली और वे बौद्ध धर्म के सबसे बड़े प्रचारक बने।

सम्राट अशोक ने पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक कल्याण पर काम किया: शमीम खां सुल्तानी

महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी ने कहा कि सम्राट अशोक का शासन केवल धार्मिक सुधारों तक ही सीमित नहीं था, बल्कि उन्होंने प्रशासनिक सुधार, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक कल्याण पर भी बहुत ध्यान दिया। यहां तक कि पशुओं के लिए पहला अस्पताल चक्रवर्ती सम्राट अशोक ने ही खोला था। उन्होंने विभिन्न समुदायों के बीच सहिष्णुता को बढ़ावा दिया। कार्यक्रम का संचालन महानगर महासचिव पंडित दीपक शर्मा ने किया।

Advertisment

कार्यक्रम में ये रहे मौजूद

इस अवसर पार्षद राजेश अग्रवाल, प्रदेश सचिव शुभलेश यादव, प्रदेश प्रवक्ता मो. साज़िद, अरविन्द सिंह यादव, बाबा साहब वाहिनी के राष्ट्रीय महासचिव रणवीर सिंह जाटव, अल्पसंख्यक सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष इंजिनियर अनीस अहमद, ज़िला सचिव ब्रजेश श्रीवास्तव, शेर सिंह गंगवार, दिनेश यादव, गोविन्द सैनी व राजेश मौर्या, ज़िला कोषाध्यक्ष अशोक यादव, पार्षद दल नेता गौरव सक्सेना, पार्षद सलीम पटवारी, सय्यद ज़मील अहमद, अनुज वाल्मीकि, कादिर राणा, राजेश यादव, नाजिम कुरैशी, चंद्रसेन पाल, ऋषि यादव, रोहित राजपूत, इश्तियाक सकलैनी, रमेश यादव, अनिल गंगवार, बलराम यादव व लोहिया वाहिनी जिलाध्यक्ष भुवनेश यादव, बाबा साहब वाहिनी जिलाध्यक्ष ब्रजेश आजाद, अधिवक्ता सभा जिलाध्यक्ष श्याम वीर यादव, अनिल पटेल, डॉ. जीराज़ यादव एवं विजेंद्र पटेल, संजीव कश्यप, सम्राट अनुज मौर्य, हिमांशु सोनकर, काशीराम भारती, राजकुमार लोधी, हाजी शकील, महेंद्र विक्रम सिंह, अमर राठौर, कुलदीप प्रधान, दिलीप वर्मा, शंकर लाल लोधी, अरविंद पटेल, राजेंद्र कश्यप, सुभाष चंद्र गुर्जर, जहांगीर बेग, जावेद मलिक, नरेंद्र गंगवार, मनोज कुमार मौर्य, रविंद्र सिंह यादव, पीयूष वर्मा आदि मौजूद रहे।

bareilly updates bareilly news
Advertisment
Advertisment