Advertisment

नगर निगम का हाल...प्रत्येक टेंडर में 38 से 45% कमीशन, शहर बर्बाद हो जाए, किसी को नहीं टेंशन

नगर निगम में चारों तरफ लूट मची हुई है। हर कोई इस लूट में शामिल होकर अपना घर भर लेना चाहता है। फिर शहर चाहे बर्बाद हो जाए, उनकी बला से। अब शहर के पार्कों और डिवाइडरों की दुर्दशा देखिए ।

author-image
Sudhakar Shukla
p

नगर निगम से पटेल चौक के पास में डिवाइडर बना है। उसमें पौधे गायब हैं। आगरा की फर्म को 5.28 करोड़ रुपए का नियम विरुद्ध टेंडर अफसरों ने देकर पूरे शहर का बंटाढार कर दिया

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

बरेली, वाईबीएन संवाददाता

Advertisment

नगर निगम में चारों तरफ लूट मची हुई है। हर कोई इस लूट में शामिल होकर अपना घर भर लेना चाहता है। फिर शहर चाहे बर्बाद हो जाए, उनकी बला से। 

अब शहर के पार्कों और डिवाइडरों की दुर्दशा देखिए । इनमें हरियाली लाने के लिए 5 करोड़ 28 लाख रुपए के टेंडर किए गए थे। सूत्रों की मानें तो नगर निगम की ओर से यह टेंडर आगरा की एक फॉर्म को मोटा कमीशन लेकर दिए गए। फर्म टेंडर के मानक पूरे नहीं करती थी। पहले से ब्लैक लिस्टेड थी। मगर, अपर नगर आयुक्त सुनील यादव से लेकर पर्यावरण अभियंता और तमाम जिम्मेदार अफसरों ने इस फर्म के ठेकेदार पर मेहरबानी दिखाई। नतीजा शहर की जनता के सामने है।

 ज्यादातर डिवाइडर पर पेड़ पौधे लगे नहीं

Advertisment

डिवाइडरों का बुरा हाल है। ज्यादातर डिवाइडर पर पेड़ पौधे लगे नहीं है। जो लगे भी हैं, वह सूख चुके हैं। पार्कों की दुर्दशा देखने लायक है। सुबह टहलने जाने वाले मॉर्निंग वॉकर्स पार्कों की हालत रोजाना देख ही रहे हैं। अधिकांश पार्कों में मोटी डील करके लेकर होटल और रेस्टोरेंट जरूर खुलवा दिए गए हैं। उनसे भी साहब लोगों को मोटी कमाई हो रही है। नीला पीला कुर्ता पैजामा बदलकर प्रतिदिन सोशल मीडिया पर खूबसूरत से वीडियो और फोटो डालने वालों ने काश शहर को भी अपनी तरह स्मार्ट बनाया होता तो... नजारे कुछ और होते। शहर को स्मार्ट बनाने के नाम पर मोटी कमाई करके अपना घर भरने वालों ने इसे बर्बाद करने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी है।

d
नगर निगम: स्काईवॉक के नीचे जो डिवाइडर बना है। वह इतना चौड़ा है। मगर, किसी काम का नहीं। पेड़ पौधे गायब हैं। स्मार्ट सिटी के नाम पर इसका पांच करोड़ से ज्यादा की रकम ठिकाने लग चुकी है। सबने अपना कमीशन लेकर फर्म को नियम विरूद्ध टेंडर दे दिया। ठेकेदार को भला काम करने की क्या जरूरत। जब साहब को कमीशन पहुंच गया तो डर काहे का...

 

Advertisment
h
हिंद टॉकीज के सामने भी डिवाइड पर लगे पौधे सूख गए। इसकी वजह लापरवाही नहीं नगर निगम की लूट है। जब नगर निगम के हर काम पर 40 से 60% कमीशन लिया जाएगा तो यही नजारे देखने को मिलेंगे

 

yyu
नगर निगम की ओर से शहर के पार्कों के रखरखाव की जिम्मेदारी आगरा की एक फॉर्म को दी गई थी। इसके लिए 5 करोड़ 28 लाख रुपए का टेंडर भी दिया गया था। मगर, नगर निगम का हाल देखिए। अफसर से लेकर इंजीनियरों ने अपना मोटा कमीशन ले लिया। जांच में फर्म को क्लीनचिट मिल गई। पार्कों की दुर्दशा शहर की जनता के सामने है
Advertisment

 frf

bareilly updates bareilly news
Advertisment
Advertisment