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बरेली,वाईबीएनसंवाददाता
बाबा त्रिवटीनाथ मंदिर में चल रही श्रीरामचरित मानस कथा के पांचवें दिन कथावाचक पंडित उमाशंकर व्यास ने कहा कि परमात्मा अपने भक्तों के भाव को समझते है। भक्त को भगवान की कृपा का आसरा हाेता है और भक्त का अपने आराध्य से यहीं विनती करते हैं कि उनके जीवन को भगवान श्रीराम के नाम रूपी गंगा में स्नान कराकर अवगुणों से मुक्त हो जाए। कथा व्यास कहते हैं कि श्रीराम जब जनकपुरी में सीता स्वयंवर के लिए अपने गुरु विश्वामित्र के साथ जाते हैं तब वहां के सभी लोग उनके दर्शन के लिए व्याकुल होते हैं। श्री राम के कुछ लोग दर्शन कर लेते हैं लेकिन काफी लोग दर्शन नहीं कर पाते हैं।
जो लोग प्रभु से मिलने की सच्ची भक्ति रखते हैं प्रभु उन पर कृपा करते हैं
श्रीराम भक्तवत्सल हैं जो लोग प्रभु से मिलने की सच्ची भक्ति रखते हैं प्रभु उन पर कृपा करते हैं। मीडिया प्रभारी संजीव औतार अग्रवाल ने बताया कि परमपूज्य पं उमा शंकर व्यास द्वारा कथा का गुणगान पिछले 33 वर्षों से निरन्तर बाबा त्रिवटीनाथ मंदिर सेवा समिति द्वारा कराया जा रहा है । मीडिया प्रभारी संजीव औतार अग्रवाल ने अनुरोध किया है कि गुरुवार दिनांक 1 मई तक समय सांयकाल 7 से 8.30 तक आयोजित दिव्य श्री रामचरितमानस कथा का कथा का श्रवण करके लाभ लेने का नाथनगरी बरेली के सनातन भक्तजनों से आवाहन किया है।आज की कथा में मंदिर कमेटी के प्रताप चंद्र सेठ , मीडिया प्रभारी संजीव औतार अग्रवाल ,सुभाष मेहरा तथा हरिओम अग्रवाल का मुख्य सहयोग रहा।